हाँ, मैने अपना काम ईमानदारी से किया है ?
आज गर्व के साथ कह सकता हूं कि मैने अपना काम ईमानदारो के साथ किया है ?
क्या आपने किया है ?
- क्या आपने अपनी जिम्मेदारीयो को पूर्ण रूप से निभाया है? मैने माँ-बाप,भाई-बहनो,और बच्चो की जिम्मैदारी सही रुप से निभाया है इतिहास इसका गवाह है ।
- मैने अपने जीवनकाल मे गुरु होने का फर्ज बखूबी निभाया है लोगो को जनहित मे अनेको निशुल्क सेवाऐ प्रदान की है ।
क्या आपने ऐसा किया है तो बतलाऐ ?
- यह सवाल उन नेताओं और सरकारी अफसरो से है जो भ्रष्ठाचार मे लिप्त है ? मुझसे इस विषय मे शाश्त्रार्थ कर पूंछ सकते है। उनको मेरा निमत्रण है। कोई भी व्यक्ति मुझसे कोई अधिकारी, नेता शास्त्रार्थ कर सकता है,मेरी गलती निकालकर हरा सकता है । यह खुला आँफर है नही तो आप आपनी गलती मान लीजिये मै माफ कर दूंगा ।मैने किसी के साथ आज तक कोई भेदभाव नही किया है ।
- क्या आपने किया है ? ऐसे लोग तो मिल जाएंगे किन्तु वे है कहां ?
- क्या आपने भ्रष्टाचारो को रोकने के लिऐ कुछ कार्य कार्य किया है ?
किन्तु मैने 20 वर्षो से यही काम किया है ।
- जिलाध्यक्ष भोपाल नगर निगम आयुक्त, बीडीए जैसे भ्रष्टाचारो के कार्यलयों मे भ्रष्टाचारो के खिलाफ अनेको आवेदनपत्र पर कोई कार्यवाही हुई ही नही और होती भी नही है ।
- मैने रिस्वतखोरो के खिलाफ कार्यवाही किया है और अपना एक भारतीय होने का फर्ज निभाया है
- किन्तु आपने क्या किया ? यह सवाल सरकार व साथ साथ उन अफसर व नेताओ से है जो अपनै आपको बड़ा ईमानदार बतलाते हे जबकि वे ईमानदारी की परिभाषा तक नही जानते है । ये वही नेता अफसर है जो मान० राष्ट्रपति, राज्यपाल के तथा उच्चाधिकारियों के उत्तर देने मे देरी करते है अथवा देते ही नही है । ऐसी स्थिति मे क्या ये लोग अपनी जिम्मेदारी कैसे भूल जाते है ?
मैंने अपना काम इमानदारी के साथ किया है मैं ईमानदारी से अपना काम करता हूं फिर भी लोग मुझे परेशान करते रहते हैं और गलत कार्य करने के लिए मजबूर करते रहते हैं
विपरीत परिस्थितियों में ही हमारी क्षमताओं की हमारे धैर्य की परीक्षा होती है ठीक है सीधे रास्ते पर तो कोई ख्याल रहता ही है तो इसलिए यह बहुत अच्छी बात है कि आप इमानदारी पूर्वक अपना कार्य करते हैं जब कोई व्यक्ति अच्छे मार्ग पर चलता होता है तो गलत चीजें उसको वितरित करने के लिए हमेशा तत्पर रहती है उसमें होता है यह है कि मार्ग पर चढ़ने वाले व्यक्ति को धैर्य पूर्वक निरंतर अपने मार्ग की ओर गतिशील होते रहना चाहिए और गलत चीजों में नहीं पड़ना चाहिए ना ही अपने मार्ग से भटकना चाहिए निश्चित मानिए अगर हमें मानती थी पूर्वक अपने अपने कार्य करते हैं तो इस पर सदैव हमारे साथ है और जब ईश्वर हमारे साथ है तो कोई व्यक्ति हमें अपने मार्ग से हटा नहीं सकता इसलिए आप सकता है घर पूर्वक इस बात पर विश्वास करते हुए सत मार्ग पर चलते रहेंगे ।
कहा जाता हे कि जो व्यक्ति अपना काम ईमानदारी से करते हैं तो सबसे अच्छे इंसान होते हैं क्योंकि इमानदार लोग बहुत कम देखने को सुनने को मिलते हैं और अगर हम ईमानदारी से कार्य करते हैं तो हमेशा इमानदारी से अपना नाता जोड़ लेते हैं अपने आपको जरूर हमेशा सुख मिलेगा और हमेशा दुखों में वही लोग होंगे जो आपकी मदद करते होंगे ईमानदार व्यक्ति के जीवन के प्रमुख नैतिक मूल्यों में से एक मूल्य है जिस पर व्यक्ति को धार्मिक तथा सामाजिक विकास निर्भर होता है कहावत है कि ईमानदारी से बड़ी कोई पूंजी नहीं है यह देव है
तथा जिस व्यक्ति के चरित्र में ही मान का गुण होता है वह ना केवल सुख के साथ जीवन व्यतीत करता है इमानदारी दुनिया भर में सर उठा कर जीने के लिए सबसे बड़ी चीज है लेकिन यह बहुत कम लोगों में पाई जाती है उसकी सबसे बड़ी वजह है ईमानदार व्यक्ति को ईमान बेईमान लोगों की तुलना में लाभ कम होता है ईमानदारी वह सद्गुण है जिसे साथ इंसान भले ही कम तरक्की से पर संतुष्ट और आनंद जीवन जी सकता है ।
"बेईमानी" के नाम से अच्छा "इमानदारी "की गुमनामी है
"एक इमानदार व्यक्ति को भूख प्यास कभी नहीं देखती सिर्फ उसे लक्ष्य ही दिखता है "
"एक इमानदार व्यक्ति का कोई कुछ नहीं कर सकता उसके अंदर एक अदृश्य शक्ति काम करते रहती है और पाखंडी लोगों से बचाने बचाते रहती है *
"इमानदारी से के साथ जीने वाले व्यक्ति को बेईमान लोग कभी भी किसी भी प्रकार का साथ नहीं देते हैं " चाहे वह मन की बातों के अंतर्गत हो या सीएम हेल्पलाइन में की गई शिकायतों के सामान हो ।
"किसी की गई गलती को रोकने के लिए ईमानदारी ही सबसे अच्छा रास्ता है "
बढ़ती हुई महंगाई के इस दौर में जहां कीमतें आसमान छू रही है वहां पर यदि मुफ्त में कोई चीज मिलती है तो वह गरीब जनता का जमीर है ।"
" इमानदारी में हमारी सच्चाई प्रदर्शित होती है ।
"गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन"
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