ट्विन टाँवर से जुड़ी बड़ी बातें ?

एक इमारत की लंबाई 103 मीटर दूसरी इमारत की लंबाई 907 मीटर कंपनी ने 3 बीएचके अपार्टमेंट बनाएं एक अपार्टमेंट की लागत 1. 13 करोड रुपये । दोनों इमारतों में करीब 915 फ्लैट कंपनी को 12:00 सौ करोड़ रुपए की कमाई होती । कुल 915 सीटों में से लगभग 633 बुक हुए  । होमबायर्स से लगभग 180 करोड रुपए मिले कंपनी को लौटाने होंगे । पैसे कंपनी को देना होगा 12 फ़ीसदी दिया ।
      ट्विन टावर ब्लास्ट रहा सफल बस 28s विलेज की बाउंड्री वॉल ट्विन टावर को ध्वस्त करने के दौरान उसकी सोसायटी सुपरटेक एमेरल्ड कोर्ट में धूल पूरी तरह से सोसाइटी में फैल गई। क्लब हाउस के पास प्रदूषण से बचने के लिए लगाई गई काली पन्नी धूल की वजह से सफेद हो गई। और पेड़ पौधों पर भी भारी धूल दिखाई दिखाई दी।
ट्विन टावर विस्फोट से भ्रष्टाचारी लेंगे सीख। तीन मंजिल तक मलबे के पहाड़ में तब्दील हुआ नोएडा का ट्विन टावर। तीन मंजिल तक मलबे के पहाड़ में तब्दील हुआ नोएडा का टीवन् टावर ।
नोएडा में सुपरटेक के ट्विन टावर का है जाने को लेकर उद्योग जगत ने भी प्रतिक्रिया दी है जिसमें उनका कहना है कि किसी से भी यदि स्टेट उद्योग के सभी पक्षकारों को यह सबक मिलेगा कि भवन निर्माण का उल्लंघन होने पर जवाबदेही तय की जाएगी वह तो जगत ने कहा कि रियल स्टेट कानून 2016 के तहत राज्य नियामक प्राधिकरण को और सशक्त बनाना चाहिए जिससे कि वे उपभोक्ता हितों की रक्षा कर सकें और 22 कर्ताओं के खिलाफ कार्यवाही कर सके यह निर्णय उसने भारत का प्रतीक है जिसमें हम रह रहे हैं रियल स्टेट का संस्था रेड आई के अध्यक्ष एवं हर्ष वर्धन पाटोदिया ने कहा है कि यह निर्णय उसने भारत का प्रतीक है जिसमें हम रह रहे हैं जो सर्वश्रेष्ठ गतिविधियों शासन और कानून का पालन करने वाला है इस निर्णय में हम उच्चतम न्यायालय और अधिकारियों के साथ हैं ज्यादातर संगठित डेवलपर सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हैं और जो लोग नहीं करते हैं यह कार्रवाई उन्हें याद रहनी चाहिए भारत में सबसे बड़े बाजारों में से एक दिल्ली एनसीआर का संपत्ति बाजार रियल एस्टेट परियोजनाओं को पूरा करने में डेवलपर की ओर से हो रही चूक की वजह से बीते एक दशक से बुरी तरह प्रभावित हो रहा है दिल्ली-एनसीआर में जेपी इन्फोटेक यूनिक आम्रपाली और 3c कंपनी जैसी बड़ी कंपनियों की परियोजनाएं ठप पड़ी है
     संपत्ति सलाहकार अनुज पुरी ने कहा है कि यह सभी कारकों के लिए एक सबक है शीर्ष न्यायालय ने यह बता दिया है कि अगर कोई उल्लंघन होगा तो जवाबदेही तय की जाएगी नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निर्देशक शिशिर बंजर ने कहा है कि रियल सट को पारदर्शी और एक जिम्मेदारी वाला कारोबार बनाने के लिए यह एक बड़ा और मजबूत कदम है उन्होंने कहा कि भूमि रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण करने और उन्हें सार्वजनिक क्षेत्र में उपलब्ध करवाने जैसे कदम पारदर्शिता लाने में सहायक होंगे इसके अलावा रेट रेरा को उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करने और अचूक कर्ताओं के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही करने के लिए और अधिकार दिए जाना चाहिए ।
  गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन

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