कल-आज-कल का इतिहास मे आज



ऐतिहासिक घटनाऐ :-
31 अक्टूबर भारत के इतिहास में
31 अक्टूबर की तारीख देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के दिन के तौर पर दर्ज की गई है अपने फौलादी इरादों के लिए विख्यात और बड़े से बड़ा फैसला देख लेने वाली देश की पहली प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी इस दिन की सुबह उनके अंगरक्षक उन्हें हत्या कर दी थी
1* 1914 में ब्रिटेन तथा फ्रांस ने तुर्की के खिलाफ़ युद्ध की घोषणा की थी
2* 1960 में बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान से करीब 10000 लोगों की मौत हुई थी
3* 2008 में देश में 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा मुहैया करवाने संबंधी विधेयक को केंद्रीय मंडल ने स्वीकृति दी
4* रूचि एयरलाइंस गर्ल माफिया का विमान 9268 उत्तरी सिनाई में दुर्घटनाग्रस्त होने से विमान में सभी सवार 224 लोगों की मौत हुई

आज के जन्म- 31 अक्टूबर

1* 18 सो 75 में सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म हुआ
2* 1977 देवजी मुखोपाध्याय भारत के प्रसिद्ध कंप्यूटर विज्ञानिक

31 अक्टूबर को निधन

1* 1975 सचिन देव बर्मन बांग्ला और हिंदी सिनेमा के प्रसिद्ध संगीतकार तथा गायक
2* 2013 के पी सक्सेना भारतीय बैंक कारवां लेखक
31 अक्टूबर का अंकज्योतिषफल
1* आज का दिन शुभ दिन है आज सभी कार्य पूरे होंगे
2** मूलांक 2 वाले संतान से सुख मिलेगा कोर्ट केस में सफलता मिल सकती है
3*** मूलांक 3 वाले वैवाहिक जीवन अनुकूल रहेगा शेयर करता में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी ले ले
4**** मूलांक 4 वाले से संबंधित समस्या आ सकती है
5***** मूलांक 5 वाले जीवन में ग्रह से जीवन में मधुरता कम रहेगी
6****** मूलांक 6 वाले आज वैवाहिक जीवन में मधुरता कम रहेगी लेकिन परिवार को की जरूरत को पूरा करना ना भूले
7******* मूलांक 7 वाले आज घर की सुख शांति में कमी आ सकती है छोटे भाई से मतभेद हो सकता है
8(******** मूलांक 8 वाले आज आपके विरोधी सक्रिय रहेंगे परंतु जीत आपकी होगी
9********* मूलांक 9 वाले समाज में मान सम्मान बढ़ेगा जमीन जा जात खरीद सकते हैं संतान के प्रति सचेत रहें ।
31अक्टूबर का खास विशेष :-
 सरदार वल्लभभाई पटेल
आजाद भारत के पहले प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के तौर पर मनाया जाता है हर साल 31 अक्टूबर के अध्यक्ष राष्ट्रीय एकता दिवस मनाते हैं और सरदार पटेल को याद करते हैं देश की आजादी में सरदार पटेल के खास योगदान दिया स्वतंत्रता के बाद छोटी-बड़ी से हाथों को जोड़कर भारत के अधीन लाने का पूरा श्रेय सरदार पटेल को जाता है जब देश आजाद हुआ था तो छोटे-छोटे 562 देसी रियासतों में बंटा था सभी रियासतों रियासतों का विलय करना आसान नहीं था सरदार पटेल ने इस चुनौती का सामना किया और अपनी बुद्धि वाहनों का इस्तेमाल करते हुए सभी को एक के सूत्र में पिरोया उनके इसी योगदान के कारण सरदार पटेल की जयंती को एकता दिवस के तौर पर मनाते हैं सरदार वल्लभ भाई पटेल के विचार लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
लेखक-आलोचक-अंकशास्त्री -
ज्योतिर्विद- श्रीरामधुन

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