राजनीति है या माफियो की धमकी है !

राजनीति करने वालो की अप्रत्यक्ष धमकीयो से आमजन अत्याधिक परेशान है । परेशानी इस बात की है कि ये लोग अपने द्वारा किऐ गये कार्यो का बखान व बड़ाई करके यह सिध्य करना चाह रहे है कि उनसे बड़ा देश भक्त कोई है नही । इसी कारण से दूसरो की बुराई कर अपनी बड़ाई कर रहे है । अब ऐसे मे हमे गांधी के तीन बंदर के बारे मे
बडा अफसोस होता है ।
       
वर्ष 2023 -24 के चुनाव को मध्य नजर रखते हुए आज के इस युग के दौरान में जितने भी राजनेता है ,वह सब अपनी अपनी बढ़ाई और शोर्य की  गाथा गा रहे हैं । कोई कह रहा है तो कोई सुन रहा है। ऐसे में हमारे देश का सिर्फ दो ही प्रकार के श्रोता होते हैं एक सुनने वाला और दूसरा बोलने बोलने वाला । अब ऐसे में कौन बोलेगा ,कौन सुनेगा ,यह तय करना आम जनता का काम है ।अब  हम देखते हैं कि सुनते हैं कि- बड़े-बड़े नेता राजनीति की आड़ में , नाना प्रकार की बड़े-बड़े बोल बोल से लोगों को डरा भी रहे हैं । धमका भी रहे हैं । और समझा भी रहे । ऐसे में जनता की स्थिति सब प्रकार से कुंठित होते जा रही है । और उन्हें सिर्फ एक ही बात समझ में आ रही है कि राजनीति में किस को किसी प्रकार का कोई लाभ मिलने वाला नहीं है । देश का विकास कैसा होगा  ? बस महंगाई ऐसे ही बढ़ते जाएगी ,बेरोजगारी ऐसे ही बढ़ते जाएगी ,और हम दिन रात मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते रहेंगे, करते रहेंगे ।और 1 दिन दुनिया छोड़कर चले जाएंगे दुनिया छोड़कर चले जाने का आशश्  यह है कि हम उन राजनेताओं के बच्चों को भी पालना है जो हमारे बाप दादा ने उनके बाप दादो  को पाला था । यह है राजनीति का असली खेल जिसे आज तक कोई समझ नहीं पाया है ना समझेगा ।  हाल मे ही देखो मध्यप्रदेश में राजनीतिक बड़े-बड़े बोल बच्चन बोल रहे हैं । मुख्यमंत्री सिंघम बनने की तैयारी में है और सिंघम बनाने वाले भी गृहमंत्री है । अब यह इसको आप किस प्रकार से अपने दिमाग में लेंगे जबकि आज का दिन गुरु रविदास  जयंती का दिन है । महान नेताओं को याद करने का दिन है। यह नेता राजनेता अपने ही गुणगान में लगे हुए हैं । आज पूरा देश 21 वी सदी की दौर पर गुजर रहा है और सभी लोगों की दिनचर्या बदल चुकी है । सब अपने आप में एक व्यवस्थित ढंग से अलग तरीके से जीने के तरीके में जी रहे हैं  ।सबसे बड़ी बात यह है कि कोई भी आदमी भूखा नहीं मार रहा है । पाकिस्तान मैं जैसी भुखमरी फैली हुई है, यूक्रेन मे युद्ध के कारण हालत गंभीर है । वैसे हमारे देश में ऐसी कुछ भी स्थिति नहीं है । आज सब तरफ खुशहाली ही खुशहाली ही है । सभी राज्यों में  राजनेता लोग पल रहे हैं, सरकारें चल रही है और यह सरकार आम आदमी के पैसों से चल रही है । जिस का संचालन यह राजनीति कर रहे हैं । आज  हमारे भारत देश में तरक्की तो बहुत की है और राजनेताओं को भी पाला है । क्योंकि राजनेता के पास कोई काम होता नहीं है और वह कोई ऐसा काम करता भी नहीं है जिसके कारण उसकी उन्नति पर उन्नति जो हो रही है, वह किस आधार पर हो रही है, यह भी आम लोगों  को समझना होगा । अब   ऐसे में हमें, आम जनता को ,आम लोगों को ही कुछ सटीक निर्णय लेने की आवश्यकता है । ताकि इन नेताओं के पर्दाफाश किया जा सके। ऐसा नहीं है कि सभी राजनेता बेईमान है उसमें कुछ अच्छे लोग भी हैं । अच्छे लोगों की गिनती में वर्तमान समय में सिर्फ दो ही व्यक्ति आते हैं जो जिनके बलबूते पर पूरा देश प्रदेश चल रहा है ,और जिनके कारण आज भारत इतनी उन्नति के शिखर पर है। ये है हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य  योगीनाथ है । जिनके बारे मे तथा  इनके बारे में ज्ञात करने से पता चलता है ये ही हमारे देश के सच्चे सपूत हैं । और इनके ही कारण इनकी ही राह पर चलने वाले कुछ  भ्रष्ट नेता भी शामिल है किंतु डर के कारण कुछ कर नहीं पा रहे हैं । इनके जैसे व्यक्तियों के अलावा और भी कई लोग हैं जो आम जनता के बीच में रहकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं । 
मौका नहीं मिल रहा है और मौका नहीं मिलने के कारण एक ही है कि यह राजनेता उन्हें आगे बढ़ने देना ही नही चाहते है । आज हम देख रहे हैं कि ऐसे लोग आमजनो के बीच मे रहकर अपना कार्य बड़ी ईमानदारी से कर रहे है और इसकी भनक किसी को भी लगने नही दे रहे है ।यह एक फिल्मी स्टोरी जैसा चल रहा है ।  राजनीति और जंग मे सब जायज है इस कहावत को चरित्रार्थ करते हुऐ नेताओ के प्रलोभन मे फंसी आमजनता  आखिरकार करे तो क्या करे  ?
आज संत रविदास जयंती जयंती पर टूस्ट माँ आदिशक्ति दर० धार्मिक एवं परमार्थ टूस्ट भोपाल के तत्वाधान मे "महान पुरुषो की जंयती/पुण्यतिथि तिथी मनाने बाबत आयोजन" के अंतर्गत गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन के आदेशानुसार आयोजन सम्पन्न हुआ ।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन

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