बुध्द और बुध्दत्व !
बुद्धत्व का अर्थ होता है जागा हुआ चित्त ,मन की जागृत अवस्था। बुद्धत्व का अर्थ होता है होश । बुध्दत्व का अर्थ होता है जो सत्य को जानकर, जाग गया है, सोया नहीं है, जिसकी मूर्छा बेहोशी टूट गई है । धन ,पद प्रतिष्ठा रूप के अहंकार में पड़ा हुआ है, क्रोध, मोह ,लोभ घृणा की बेहोशी में है , बुध्दत्व का अर्थ है जो इनसे मुक्त हो गया है जो जाग उठा है। यहाँ बुध्द का गौतम बुद्ध से कोई लेना-देना नहीं है । यह उनका नाम नहीं है बुद्ध का संबंध किसी व्यक्ति से नहीं है यह तो जागृत चित्त की प्रकाशमान व्यवस्था का नाम है । बुध्दजीवी श्रीरामधुन संस्थापक,संपादक, काउसंलर