बिना गुरु के ज्ञान प्राप्त होता है क्या ?
"बिना गुरु के ज्ञान प्राप्त होता है "? इस असंभव कार्य को प्राप्त करने वाले बिरले ही लोगो का इति- हास तो मिलता है लेकिन उन्है बड़े बड़े इम्तिहान देने पड़े है ,बड़ी-बड़ी कुर्बानीयां देनी पड़ी है उनमे से एक है एकलव्य की स्टोरी जिसने गुरु- दिक्षा मे अपने गुरु को अंगूठा काट- कर दान मे दिया था । उस समय भी राजनीति उच्च शिखर पर थी । किन्तु उस समय राजा-माहराजाओ का जमाना था इसलिये प्रपंच रचकर धनुर्विद्या मे अर्जुन को सर्वश्रेष्ठ शिष्य बनाने हेतु कूटनीति की ग ई । इसका आशय् यहां यह है कि गुरु मानकर भी शिक्षा प्रप्त की जा सकती है । समय वही चल रहा है पात्र बदले हुऐ है । आज हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भी एकांतवास मे तीन दिवसीय तपस्या मे लीन है ।उनकी यह तपस्या शासकीय देखरेख मे जारी है । इस तपस्या मे अनेको अच्छाई और बुराई त्रुटि भी है । जप -तप कार्य के नियम * जय श्री राधे, भगवान के नाम का जाप बिना किसी गुरु के भी किया जा सकता है और बहुत से लोग करते हैं प्रतिदिन एक माला का जाप अथवा एक माला से कम जब किसी भी मंत्र का किया जा सकता है गुरु की आवश्यकता न