लोकतंत्र मे अखबार की मौत .........
टूस्ट मां आदिशक्ति दरबार धार्मिक एवं परमार्थ टूस्ट भोपाल के तत्वाधान में वर्ष 2012 व 2014 से समाचार पत्र साप्ताहिक व मासिक पत्रिका का प्रकाशन किया जा रहा है । ट्रस्ट गांधी मोदी विचार ट्रस्ट है । जो सामाजिक एवं धार्मिक निशुल्क सेवाओं के अंतर्गत वर्ष 2607 से लगातार कार्यरत हैं । ट्रस्ट को 12 A और 80G आयकर अधिनियम 1961 के अंतर्गत पंजीकृत भी है ।
ट्रस्ट द्वारा मासिक पत्रिका "आज का सत्यवादी " आर एन आई नंबर MPHIN/2012/49082 तथा साप्ताहिक समाचार पत्र "आर्यवंश "आर एम आई नंबर MPHN/2014 /67628 का प्रकाशन लगातार किया जा रहा है ।
समाचार पत्र पत्रिका के विज्ञापन से प्राप्त धनराशि ट्रस्ट के जनहित कार्य एवं में निशुल्क सेवाओं में खर्च किए जाते हैं जिसका लेखा जोखा ट्रस्ट के पास है ।
किंतु दो-तीन वर्षों से नियमित विज्ञापन न मिलने के कारण ट्रस्ट को काफी क्षति पहुंची है । समाचार पत्र की अधिमान्यता हेतु कई बार आवेदन पत्र दिए गए किंतु जनसंपर्क संचनालय में घोर अनियमितता और व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण विज्ञापन नियमित रूप से नहीं मिल रहा है ना ही अधिमान्यता ही मिल पा रही है ।
इस वजह से ट्रस्ट द्वारा इसकी जांच जाँच हेतु अपील आवेदन पत्र भी कई बार प्रस्तुत किया जा चुका है जिस पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई।प्रकाशन कार्य जारी है।
टूस्ट इस संबंध में व्याप्त प्राप्त प्रमाणपत्रों को भारत सरकार को वापस करने हेतु लिखा है । जिस पर कोई कार्यवाही भी आज तक नहीं की गई है । ट्रस्ट द्वारा निर्णय लिया गया है कि आर्य वंश को दैनिक समाचार में परिवर्तित कर प्रकाशन किया जाए । किंतु ऐसे भ्रष्टाचार मे असंंभव जान पड़ता है । लोकतंत्र या प्रजातंत्र में अखबार की मौत की दास्तान आमजन तक पहुंचाने हेतु दैनिक समाचार पत्र "आर्यवंश" का प्रकाशन किया जाना चाहिए ऐसा समझते हुऐ टूस्ट के संस्थापक, संपादक अध्यक्ष, काउसंलर श्रीरामधुन का मानना है । । विज्ञापन नियमित रूप से ना मिलने के कारण टूस्ट को क्षति पहुंची है । अतः न्याय की मांग हे कि म०प्र०सरकार व केन्द्र सरकार ने जो भी विज्ञॉपन राशी नही दे पाई है उस राशियों का भुगतान करने मे सहायता टूस्ट ने विज्ञापनों हेतु आवेदन पत्र प्रेषित करना बंद कर दिया है और निवेदन किया है कि जो विज्ञापन आज तक नियमानुसार नही दिऐ है वे सब रिलीज करे । इस संबंध मे मान०राष्टूपति,राज्यपाल, व अन्य संबंधित अथिकारीयो को अपीलीय आवेदन पत्र 14-04-2019 को तथा अनेकों स्मरणीय पत्र प्रेषित किऐ है जिन पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है ।
गुरुजी सत्यवादी श्री राम धुन
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