अनोखा-धर्मपरिवर्तन ...

    धर्मपरिवर्तन के किस्से, कहनीयां  तो आऐ  दिनो देखने, सुनने, पढ़ने मे मिलती रहती है ।किंतु यहां पर मैं आपको सत्य पर आधारित एक घटना सुनाता हूँ। 

    म०प्र० की राजधानी भोपाल में एक पंडित जी  रहते थे । उनके घर के सामने  एक मस्जिद थी ।उस मस्जिद मे पांचों वक्त की नमाज पढ़ी जाती थी।नियमानुसार पांचों वक्त की आजान भी होती थी । 

     पंडित जी पूजापाठ करने वाले कटृरवादी ब्राह्मण थे ।रोजाना मंदिर जाना, पूजापाठ करना और करवाने का भी काम करते थे । रोजाना पूजा पाठ करने वाले इस पंडित का अचानक हृदय परिवर्तन हुआ और उन्होंने इस्लाम धर्म अपना लिया ।पंडित जी ने स्वयं तो धर्मपरिवर्तन तो किया घर के सभी लोगों को धर्मपरिवर्तन करवा दिया और  घर के सामने वाली मस्जिद के इमाम साहब बन गए और वर्तमान समय  मे कहानी लिखते समय जानेमाने लोगो मे शुमार हो गए ।

   कुछ धर्मगुरुओं ने उनसे पूछा -"आपने इस्लाम धर्म मे ऐसी कौन सी बात देखी, जिसके चलते आपको धर्म परिवर्तन करना पड़ा" ?

    पंडित जी जबाब -"घर के पास मस्जिद थी वहां रोजाना पांचों वक्त की नमाज की जो अजान होती थी, उसी के कारण मैने धर्मपरिवर्तन किया है ।

    "अजान मे ऐसी कौन सी बात है  ? " लोगो ने पूछा !

    तब पंडित जी कहा- "अजान मे ना जाने ऐसी कौन शक्ति छुपी हुई है जिसने मुझे अपनी तरफ आकर्षित किया । इस आकर्षण के कारण  मैने इस्लाम धर्म का ज्ञान प्राप्त करना शुरू किया उसके बाद ही मैंने और मेरे परिवार वालो ने इस्लाम धर्म अपनाया । 

   अनेको लोगो को कुदरत ने क ई विलक्षण शक्तियों प्रदान की है, वे उसका इस्तेमाल कैसे करते हैं, कैसे करेंगे और कब करेंगे यह सब पहले से निर्धारित होता है । 

   पंडित जी जैसे कई लोग है जिन्होंने धर्मपरिवर्तन किया है । धर्मपरिवर्तन के एक नही अनेकों कारण है ,इतिहास  भी बतलाता है ।भारतीय संविधान के लिखने वाले डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर ने भी धर्मपरिवर्तन की ओर ध्यान नही दिया । देश की बढ़ती आबादी के कारण, उसकी रोकथाम के लिए धर्मपरिवर्तन को रोकना जरूरी है । अत:सरकार को इस संबंध विचार विमर्श कर कानून संशोधन प्रक्रिया करना चाहिए । 


गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन

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