आज 22 फरवरी का विश्व चिंतन डे

   आज 22 फरवरी का दिन का इतिहास मे अपना इतिहास रचते हुए एक यादगार दिवस के रूप मे साल के 365 दिन मे घटते क्रम मे 314 वाँ दिन है ।
आज" विश्व चिंतन दिवस है"
    विश्व के कुछ देशो ने मिल  यह कर वर्ष 2021 को इसे मनाने का फैसला लिया था ।इन देशो मे भारत की भी उपस्थिति थी ।
   भारतीय की परम्परा रही है कि किसी भी कार्य करने से पूर्व वस्तु  पर चिंतन मनन कर कार्य को अंजाम दिया जाता है । विश्व चिंतन दिवस जिसे मूल रूप से चिंतन दिवस के रूप से जाना जाता है दुनिया भर में सभी गर्ल स्काउट गाइड हो और अन्य गर्ग ग्रुप द्वारा प्रतिवर्ष 22 फरवरी को मनाया जाता है। यह दुनिया भर के भाई बहनों के बारे में विचार व्यक्त करने की ,उनकी चिंताओं को दूर करने और मार्गदर्शन करने के सही अर्थ को समझाने के लिए मनाया जाता है ।विश्व चिंतन दिवस 2021 का विषय है शांति स्थापना 20 बिल्डिंग गर्ल गाइडिंग और गर्ल स्काउटिंग के केंद्र में है और पिछले 100 वर्षों की तरह आज भी महत्वपूर्ण और प्रसांगिक है ।
यह एक प्रकार से ऐसा दिन है कि हमे इस विषय मे चिंतन करना चाहिए कि आखिरकार हम जो भी कर रहे है वह अच्छा है अथवा गलत ? इसी पर चिंतन मनन करने का,उसे सही दिशा मे प्रेरित करना है।
भारत का इतिहास बतलाता है कि चिंतन मनन करके बड़े बड़े ऋषि मुनी देश की भलाई के लिऐ तपस्या करते थे और उसका उपयोग जनहित में करते थे । अब ऐसे लोग है ही नही ।अब इसका स्वरूप बदल गया है । अब चिंतन मनन का तरीका बदल गया है । चिंतन-मनन के लिऐ देश भर व्यवसाहिक गतविधिया चलाई जा रही है ।विश्व के अनेक देश मिलकर क ई महत्वपूर्ण फैसले लेने से पूर्वजो सलाह मशविरा करते है उनके नाम और क्रियाप्रणाली को सोच-समझकर उसका नाम अलग से दे दिया जाता है और उसे इतिहास से जोड़कर नया नाम देना ही चिंतन डे है । आज का दिन भी ऐसा ही कुछ है ।
लोग यह भी जानना चाहते है:-
(1) 22 फरवरी को खास क्या है?
(2) 22 फरवरी को आमजनो पर होने वाले प्रभाव ?
आज का दिन और तारीख के बारे बारे  मे ज्योतिर्विद ,गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन का कथन है कि -आज का दिन किसी भी अच्छे कार्य करने का दिन नही है । आज का दिन विवादो से घिरा हुआ है जिसका प्रभाव पूरे विश्व की आबादी के 70% लोगो को होगा ।शेष 30% मे से 10% पर मीडियम तथा 20% को लाभ मिलेगा ।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन ।

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