आज दीनदयाल उपाध्याय पु०ति०
आज 11 फरवरी को भारतीय इतिहास का एक यादगार दिवस के रूप मेअनेको घटनाओं का समावेश हुआ है । इन घटनाओं के कारण दिन को महत्व दिया जाता है जिसमे आज के घटित घटनाक्रम मे देश -दुनिया , ,देश-प्रदेश मे क्या क्या हुआ था । इन सब बातो को याद रखना,पढ़कर अपना ज्ञान बढ़ाना ही,का ही नाम इतिहास कहलाता है ।
आज के दिनो मे एक बात यह है कि "आज ही के दिन पं०दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि है ,"पूरे भारतवर्ष मे बड़ी धूम-धाम से मनाई जाती है ।
टूस्ट "माँ आदिशक्ति दर० थार्मिक एवं परमार्थ टूस्ट"के तत्वावधान मे संचालित "महान पुरूषों/संतो की जंयती व पुण्यतिथि मनाने वाला आयोजन " विगत अनेको वर्षो सै मनाया जाता है ।
टूस्ट के प्रागड मे आज भी पं० दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि कार्यक्रम का आयोजन हुआ । टूस्ट के पदाधिकारियों के आलावा टीलाजमालपुरा भोपाल के आमजनो ने सम्मिलित हुए और अपनी उपस्थिति रहे :-
(1) श्रीरामधुन- संस्थापक
(2) सुनील सिंहल-आगरा दरी भंडार
कथाकार
(3) अर्पित कुंवर ,बद्रीप्रसाद ,रुचित, विकास माधवानी, मनीष सक्सेना ,लाड़सिह, एवं अन्य
11 फरवरी सिर्फ 1 तारीख नहीं है बल्कि उस महापुरुष का महाप्रयाण दिवस है जिसके लिए विचार और सिद्धात पर चलकर आज भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ा राजनीतिक दल बना है ।आज पंडित जी का जन्मदिवस है ।हमें आत्मन लोकन करना चाहिए। उस दिव्य आत्मा के देश अपने को कितना साकार कर पाए ।मुझे यह कहने में कोई संकोच नहीं बल्कि सुखद अनुभूति हो रही है। राजनेता से उत्तर पंडित जी उच्च कोटि के चिंतक विचारक लेखक भी थे । इस रूप में उन्होंने सुदेश शक्तिशाली और संतुलित रूप में विकसित राष्ट्र की करना कि उन्होंने निजी हित व सुख सुविधाओं का त्याग कर दिया ।पंडित दीनदयाल की जन्म 25 सितंबर 1916 को मथुरा के एक छोटे से ग्राम चंद्रभान नगला में हुआ । पिछले 7 सालों में मोदी जी के संबंध शतक और सर्व समावेशी नेतृत्व में "सबका साथ सबका विकास" के सैंपल के साथ कई आयाम स्थापित किए ।
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