20 मार्च2013 से "विश्व प्रशन्नता दिवस" का आगमन दिवस ।

आज 20 मार्च को विश्व "प्रशन्नता दिवस " के रूप मनाया जाता है । इसी के साथ साथ आज के ही दिन भारत मे गोरैया दिवस भी मनाया जाता है । जो पक्षियों के संरक्षण जागरूकता.के  लिऐ प्रख्यात है  । 
गौरैया एक चिडिय़ा का नाम है जो आमतौर पर घरो के सामने चहचाते पाई जाती है । इन पक्षियों की कमी हो जाने के कारण इनके संरक्षण के लिऐ भारत सरकार ने एक जागरुकता अभियान चलाकर  इस प्रजाति कीएक प्रकार से संरक्षण कर विलुप्त होने से बचाने में सफलता प्राप्त किया है और उसमे सफलता भी हासिल की है ।दूषित परयावरण के करण इनकी संख्याओं मे 60% ही शेष रह गई है ।
विश्व गोरैया दिवस वर्ष 2010 मनाया जाता है । आज भारत मे प्राय प्राय हर चोथे घर के सामने इन चिडिय़ो के सकोरे मे पानी ,दाना पानी रखा जाता है । कुछ सामाजिक संस्थाओं द्वारा अपने गांव अथवा शहर मे हर साल गर्मी के दिनो मे सकोरे मुफ्त मे भी बांटे जाते हे । यह हिन्दुओं के लिऐ बड़ा पुण्य कार्य माना जाता है ।टूस्ट माँ आदिशक्ति दर० धार्मिक एवं परमार्थ टूस्ट द्वारा यह पुण्य कार्य हर साल गर्मी के दिनो मे किया जाता है ।
भारत मे एक ही पक्षी है जो विलुफ्त हो गई है फिर रह पक्षी जिसका नाम सोन चिरिया है वह अभी भी यदाकदा बस्तर छत्तीसगढ़ राज्य में दिखाई देती है ।
आज "विश्व प्रसन्नता दिवस के रूप मे भी मनाया जाता है । जो वर्ष 2013 से मनाया जाता है ।
प्रशन्नता दिवस अर्थात खुशी का दिन इस बात की याद दिलाता है कि जो मनुष्य हमेशा खुश रहता है और सामने वालो को खुशियों बांटता है वह बड़ा खुशनसीब इंसान होता है ।खुश रहना अच्छे स्वास्थ्य की निशानी है ।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन ।आज 20 मार्च दिन रविवार को 
"इन्टरनेशनल हेप्पीनेस-डे " के शुभ
अवसर पर गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन-विश्व के साथ साथ भारतवासीयो के लिऐ एक संदेश प्रसारित कर रहे है --
किसी ने सच ही कहा-
      "या तो मुझे कोई रास्ता मिल जाएगा, या मै नया रास्ता बना लूंगा"
आज का सत्यवादी मा० पत्रीका
आर्यवंश सप्ताहिक समाचार पत्र की संपादकीय- श्रीरामधुन 
आज इंटरनेशनल हेप्पीनेस डे पर एक सत्य,कटु सत्य -
    देश हो या विदेश हो ,दो ही प्रकार के लोगो का वर्चस्व है,एक अमीर और दूसरा गरीब । इन दोनी के मध्य एक तबका है जो इधर का है ना उधर का है जो सब कुछ सहता हुआ जी रहा है, मर रहा है । कुछ भी नही कर पा रहा है और सरकार भी इनका दोहन कर रही है ,परेशान कर रही है ।यह आज की बात नही है बल्कि युगोयुगांतर से चला आ रहा है । अब भारत मे चल रही राजनीति और भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ही कुछ कर सकती है ।
आज इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे पर आगे बतलाते हुऐ गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन -
    " देश के आधे से ज्यादा लोगों का मानना है कि वे खुश हैं 52% लोगों ने कहा मेरी जिंदगी के लिए जरूरी हर चीज मेरे पास है हैप्पी कंचन सिंह के सभी 28 राज्यों में 8 केंद्र शासित राज्यों में 20073 लोगों लोगों पर किए गए सर्वे का नतीजा यह है कि 77% लोग जो काम कर रहे हैं उसे करते रहना चाहिए 68 परसेंट ने कहा उनके रिश्ते मजबूत हैं 64% लोगों का लक्ष्य है 67 परसेंट लोग सोच लक्ष्य की ओर की तरफ बढ़ रहे हैं 70% लोगों को उन पर भरोसा है वही 60 से ऊपर आयु वाले लोग सबसे ज्यादा संतुष्ट और खुश पाए गए जबकि 36 और 45 वाले सर्वाधिक दबाव में जी रहे हैं महिलाओं में प्रसंता पुरुषों से ज्यादा पाई गई 18 से कम आयु वाले की जिंदगी मजे में कट रही है 20,000 से ज्यादा लोगों के बीच किया गया यह सर्वे सर्वे 55% लोगों ने कहा कि व्यक्ति मानता है कि मुसीबत में उनकी मदद के लिए आएंगे या 10% लोग अक्सर तनाव महसूस करते हैं सबसे बड़ा कारण है हिमाचल प्रदेश और पंजाब सबसे ज्यादा संतुष्ट उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश में सर्वाधिक कष्ट "। 
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
    माँ आदिशक्ति दर०धार्मिक एवं        परमार्थ टूस्ट, भोपाल म०प्र०
संस्थापक,संपादक,अध्यक्ष,लेखक,आलोचक ,ज्योतिर्विद ,काउंसलर ।



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