27 मार्च का खास सार-समाचार ।"आज वर्ल्ड थिएटर डे "
वर्तमान समय में सार-समाचार, त्वरित सेवा के अंतर्गत आ गई है नही तो मोबाइल क्रांति आने से पहले हमे दुनियाभर के खबरे तुरन्त नही मिल पाती थी । न ई खबरे हमारे पास पहुचते पहचते 6 से12 घंटे तक लग जाते थे । न्यूज से समाचारपत्रों तक से होता हुआ समाचार हमे बहुत देरी से प्राप्त होता था फिर भी हम उसका इंतजार करते रहते थे ।रोजाना चाय के साथ चाय पीना,शान समझते थे।
आज गूगल के युग मे लाईब्रैरी का भी महत्व कम हो गया है । हर प्रकार की जानकारी आपको गूगल पर प्राप्त हो जाती है । ये सभी बाते अपनै आप आश्चर्यजनक है । किंतु आने वाले समय मे यह नही रहेगा और न ई क्रांति प्रणाली आ जाऐगी तब गूगल का क्या होगा । न ई टेक्नोलॉजी का इंतेजार होगा और वह आएगी ही किन्तु पुरानी टेक्नोलॉजी को मात नही दे पाएगी जैसे आज भी लाईब्रैरी मे लोग समाचार पत्र पढ़ने का आनन्द उठाते पाए जाते हे ।इसी वजय से हम इतिहास को हमेशा याद रखते है और लोगो को जागरूक बनाने की कोशिश करते रहते है ।
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आज 27 मार्च के बारे मे :-
27 मार्च1668 मे ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वितीय ने मुम्बई को सोपी थी 27 मार्च1898 को अलीगढ़ यूनिवर्सिटी मे आधुनिक शिक्षा प्रणाली लागू करने वाले और शुरुआत करने वाले सैय्यद अहमद खान का निधन हुआ था ।
27 मार्च की भविष्यवाणी :- विश्व. मे रहने वाले आमलोगो के बारे गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन का कथन है आज का दिन समान्यतया व्यतीत होगा । प्रेमी युगल के लिऐ बड़ा महत्वपूर्ण होगा । कोर्ट मे चल रहे प्रकरणों पर उनके पक्ष मे होगा और प्यार की जीत होगी ।
उपाय :- प्रेमी को लाल फूल दे ।
आज के दिन जन्म लेने वाले बच्चा बड़ा जुझारू और हर प्रकार के कार्यो मे सफलता मिलेगी । आगे चलकर प्रेम विवाह करेगा और अपनी पत्नी से बहुत प्यार करने वाला होगा किन्तु अपोजिट सेक्स के प्रति रूझान वाला भी होगा ।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
संस्थापक, संपादक, ज्योतिर्विद, अध्यक्ष,काउसंलर ,लेखक-आलोचक
",आज वर्ल्ड थिऐटर डे ,"
",आज वर्ल्ड थिऐटर डे ,"
हिन्दु-मुसलमानो की बढ़ती लाईन कुछ लम्बी ही होती जा रही है ,ये बिलकुल भी अच्छी बात नही है ।
हिन्दुस्तान को हिन्दी राष्ट्र घोषित करो या मुस्लिम ,क्रिश्चियन राष्ट्र घोषित करो इससे किसी को कोई सरोकार नही है । सरकार को इस पर निर्णय लेने का पूर्ण अधिकार है । किंतु इसे राजनीति से जोड़ना गलत है । इतिहास को खुदरना और गढ़े मुर्दो को उखाड़ना, छींटाकसी करने का अधिकार किसी को नही है ।आज सत्ताकाबिज लोगो को यह भी नही भूलना चाहिए कि वे कल ,आने वाले समय मे सत्ताहीन होगें तब सामने वाला भी ऐसा ही करने मे स्वतंत्र होगा तो क्या होगा । ऐसे समय यह जरूरी है कि हम इतिहास को दोहराऐ ना बल्कि उन घटनाओं को याद ना करे जो घट चुकी है । वर्तमान को देखे और भविष्य की चिंता करे ।
आज का समय हर इंसान अपने आप सुर्खियों मे देखना चाहता है । यह भी कोई बुरी बात नही है किंतु आपस मे लड़ाने की बाते ना करे ।
"हिन्दु-मुसलमानों के बीच दूरियां" बढ़ा रही फिल्म "द कश्मीर फाइल्स." के सवाल पर बोले - विवेक अग्निहोत्री
द कश्मीर फाइल्स के लेखक निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने भारत के पूर्व चीफ इलेक्शन कमिश्नर डॉक्टर एमवाई कुरेशी की बात का तगड़ा जवाब दिया है ,उन्होंने कहा कि आश्चर्य और दुख भरी बात यह है कि जो लोग भारत में प्रजातंत्र के संरक्षण माने जाते थे रिटायरमेंट के बाद जिहादीयों जैसी बात करते हैं । चिंता करने वाली बात है ।उन्होंने आगे यह भी कहा कि मुझे समझाइए कि आतंकवादियों के खिलाफ बोलने में हिंदू मुस्लिम रिश्ते कैसे खराब हो सकते हैं । सच कड़वा होता है लेकिन स्वीकार करना होगा कि कश्मीर में हिंदू मुस्लिम मिलकर नहीं रह सकते अगर इस बात से सहमत हैं कि आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता है तो फिर समस्या क्या है उनके साथ ही फिल्म की अदाकारी पल्लवी जोशी ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि आतंकवादी हिंदू और मुसलमानों के रिश्ते को बदनाम कर खत्म करना चाहते हैं।
हमने आज भी देखा है कि जहाँ मंदिर है वही पास मे मस्जिद भी है ।आखिर इसका अर्थ क्या हो सकता
है ? आज पूरे देश मे मीडिया के द्वारा ज्यादा ही प्रचार प्रसार किया जा रहा है आखिर इसके पीछे कोई ना कोई षड़यंत्रकारी लोगो का हाथ है ? ये षड्यंत्र कारी आखिर क्या चाहते है ?
कही इसमे बाहरी मुल्कों का हाथ तो नही ? क्यूनान का काम तो नही ? इन सब बातो की जानकारी सरकार को
रखना चाहिए !
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन ।
जयश्रीराम
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