" स्वास्थ्य मिशन,रोगो से छुटकारा " श्रीरामधुनकाँम ...

 देश-विदेशों मे रहने वाले गरीब,मध्यम परिवार वाले  लोगो के लिऐ निशुल्क सेवाओं के अंतर्गत गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन ने इंटरनेट के माध्यम से ब्लाग व श्रीरामधुन काँम  shriramdhun com.
 के द्वारा अनेकोनेक बिमारीया और उसके उपचार हेतु पूर्ण विस्तार से बतलाया है । बिमारीयो की नब्ज टटोलकर उसका उपचार भी बतलाया है । बिमारीयो का संबंध सीधा संबंध हस्तरेखा,ज्योतिष विज्ञान, अंक ज्योतिष, टेरोकार्ड, से जोड़कर प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी चिकित्सा,
आयुर्वेद होम्योपैथी, एलोपैथिक चिकित्सा से जोड़कर,अध्ययन कर सस्ते से सस्ते ईलाज करवाने बाबत आमजनो का ध्यान आकर्षित करवाया हे ।और इस मिशन का नाम "स्वास्थ्य भारत निरोग भारत "दिया है ।
अभी तक के अध्ययन से सभी लोग गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन के बारे मे जान ही चुके है । "एक परिवार में एक सदस्य शरारिक तौर से बिमार होता है तो उसके परिवार वाले सभी मानसिक रूप से अपने आप बिमार हो जाते हैं।"
स्वस्थ भारत निरोग भारत के अंतर्गत वर्तमान समय को देखते हुए आवश्यकता अनुसार आम जनों के स्वास्थ्य के बारे में अपना अनुभव देख के माध्यम से बतला रहे हैं । आमजन स्वस्थ और निरोग रहेगा तो वह सब का कल्याण कर सकता है । निरोगी काया होना भी आवश्यक है। हम स्वस्थ रहेंगे तो हमारा परिवार समाज देश और राष्ट्र स्वस्थ रहेगा । धार्मिक एवं सामाजिक व्यवस्थाओं से निर्मित भारत जब स्वस्थ होगा तो उसका फल भी स्वस्थ होगा। स्वस्थ और उसके संबंधित सभी इलाजो का ध्यान आकर्षित करवाने हेतु एक ही प्लेटफार्म तैयार किया जाकर आमजन की समस्या को दूर किया जा सके । ऐसा प्रयास किया जा रहा है कि पूरी व्याख्या की गई है स्वास्थ्य का संबंध किस चीजों से संबंधों के बारे में पूर्ण विस्तार से बताने की कोशिश की गई है चाहे वह अंग्रेजी इलाज हो । सभी बातों का अलग-अलग विस्तार पूर्वक प्रस्तुत किया जा रहा है ताकि आमजन अमीर हो या गरीब हो  सभी वर्गों के लिए खास तौर पर गरीब लोगों के लिए ज्यादा बेहतर साबित होगा ।चूंकि  गुरुजी सत्यवादी श्री रामधुन धार्मिक एवं सामाजिक ट्रस्ट का संचालन करते हैं ।अत: स्वस्थ भारत निरोग भारत के निर्माण हेतु सतत प्रयासरत रहते हैं हम स्वस्थ रहेंगे तो पूरा देश स्वस्थ रहेगा । हमारी विचारधारा स्वस्थ रहेगी ,सकारात्मक ऊर्जा से पूरा वातावरण स्वस्थ रहेगा। नकारात्मक ऊर्जा से बीमारियां पैदा होती हैं । इस संबंध में विशेष ध्यान देना चाहिए आज का मानव 21वीं सदी का मानव बहुत ही ज्यादा हर मामले में स्वार्थी हो गया है । कोई भी ऐसा इंसान नहीं मिला है जो निस्वार्थ सेवा करता हुआ दिखाई दिया हो  ।स्वार्थ भावना का ग्राफ इस प्रकार से है 0% में से 9.9% स्वार्थी लोग हैं ।इनमें वे लोग भी तो बिल्कुल भी शामिल नहीं है जो अपने गुणों का बखान करते हैं और बार-बार अपने किए गए कार्यों का एहसान  जतलाते हैं और दूसरों की बुराई करते है ।हमें अपना ध्यान स्वयं ही रखना चाहिए चाहे हम देश में देश के मुख्यमंत्री हो या प्रधानमंत्री हो जिसके लिए हमारा स्वस्थ रहना आवश्यक है । स्वस्थ मिशन और उपचार हेतु गुरुजी सत्यवादी श्री रामधुन के मन में जो आया उसे लेकर आम जनों के समक्ष प्रस्तुत किया है ताकि आमजन आत्मनिर्भर बन सके मदद करने सहायता करने के नाम पर जो गोरखधंधा हर क्षेत्र में व्याप्त है उसे समाप्त किए जाने में हमारा ही योगदान जरूरी है । दुनिया की हर आवश्यकता की जानकारी गूगल पर मिलती है तो जो हमारा ही बनाया हुआ है तो उसका लाभ उठाने में हम क्यों ना आगे बढ़े । क्योंकि आज विज्ञान का युग है जिसकी आयु भी निश्चित है मैं आविष्कार होगा ।किंतु ऐसे में मात्र हमारे पास प्रकृति ही शेष रहेगी , जिसका कैसे उपयोग करना है। और स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत सभी बीमारियों का इलाज जड़ से करना है । हमारा शरीर प्रकृति से जुड़ा हुआ है शरीर के अंगो का इलाज ऑपरेशन से नहीं होगा ।
    आप सभी लोगो से अनुरोध है कि आप लोग,सभी लोग काउंंसलिग के माध्यम से अपनी सकारात्मक सोच के बारे मे ,अपनी समस्याओं के बारे मे ,अपने रोगो के बारे मे बतलाऐ अपने अनुभव बतलाऐ और अपने जीवन को भय-मुक्त जीवन हसी-खुशी बनाऐ,बिताऐ ।यह और लाँग इन कर "श्रीरामधुन काँम" पर सर्च करे तथा अपना इलाज स्वंम करे ।बिमारी के उपचार स्वयं ही करते रहे ,हम आपके साथ है और हर असाध्य रोगो के इलाज से लेकर छोटे-छोटे ईलाजो के उपचार बतलाने हेतु यह लेख प्रसारित कर रहै है कृपया इसे लगातार पढ़ते रहे और अपना इलाज स्वंम करे और लोगो को बतलाऐ चूंकि गुरुजीसत्यवाद के पास दवा भी है,दुआ भी है और उसका इलाज भी है ।
     गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन ।
"मिशन आँफ स्वस्थ भारत,निरोग भारत "और श्रीरामधुन काँम " मे आगे पढ़े । कृपया श्रीरामधुन काँम 
Shriramdhun.com
लाँग इन अपनी समस्याओं का निराकरण स्वंम ढूढे और उपाय भी स्वंम करे ।
स्वास्थ्य का सीधा संबंध बच्छे से शुरू होकर अर्थात गर्भावस्था से ही शुरू होता हो । बच्चा जब गर्भ मे रहता है वह अपनी माता पर आश्रित होते हुए अपने भाग्य का स्वंय निर्माता होता है । जोतिष मे स्वास्थ्य 6 वाँ  मे बतलाता है । हस्तरैखाओ के द्वारा भी कौन सी बीमारी होगी और किस उम्र मे होगी और उसका निदान भी  बतलाया गया है । अंक ज्योतिष द्वारा भी स्वास्थ के बारे मे बतलाया गया है ।इन सबके अलावा प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी दवा, होम्योपैथी, आयुर्वेद तथा पेड़-पौधों से रोगो और उसके उपचार के संबंध छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बातो का ध्यान मे रखकर आमजनो को बतलाया गया । यूक्रेन और रसिया के मध्य लड़ाई का भी अंत होगा । भारत मे सभी स्कूल, कालेज एवं अन्य संस्थानों के खुलने की तैय्यारी और धार्मिक स्थलो पर पूजा अर्चना का दौर अभी ठीक से भी शुरु हुआ ही नही कि कोरोना की सिसकिया सुनाई देने लगी है ,ऐसा प्रतीत होने का आभास भी मन मे फिरसे उभरने लगे है ।सतर्कता बरतना भी एक अच्छा कदम माना जाता है ।दूध का जला,छाज को भी फूंक-फूंककर पीता है ।इसी का नाम है कोरोना । डर का दूसरा नाम भी है कोरोना जो चीन और भारत के मध्य मे बैठा हसरत भरी निगाहों से देख रहा है । यदि भारत मे कोरोना संक्रमण जैसी कोई भी बीमारी भारत मे आती  है तो गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन द्वारा लिखित लेख व पुस्तक लोगो के लिऐ एक रामबाण दवा साबित होगी । अत:सभी लोगो से अपील है कि आप अपनी बीमारी के बारे जाने,षहचाने,स्वंम इलाज करे, अपनी दिनचर्या को नियमित करे ,थोड़ा बहुत उम्र के अनुसार निश्चित समय पर व्यायाम करते रहे । फिर भी आराम ना मिलने पर विशेज्ञो को दिखलाऐ ।घबराने की कोई  भी   आवश्यकता नही है ।
 गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन

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