आज का सत्यवादी, आर्यवंश की सम्पादकीय :- श्री रामधुन
आज उ०प्र० की राजनीति मे नया मोड़ का आगमन ठीक 4.00 बजे होगा जब योगी जी दुबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगे । पूरे शहर का वातावरण आज बदला हुआ नजर आ रहा है । यहां के लोगो मे नया जोश और भगवाकरण दिखाई दे रहा है । आज के इस आयोजन ः देश भर के दिग्गज लोगो को अमांतरण पत्र भेजा जा चुका है । आज भाजपा कार्यकर्ता
का छोटे से छोटा कार्यकर्ता और बड़े से बड़े कार्यकर्ता के होनै, शामिल होने के अंदेशा है ।
इस आयोजन को दिखाने वाले टी वी चैनल का भी जमाव भी इसका मुख्य कारण है । सब कार्यकर्ता खुश है अथवा नही ? यह भी जानना जरुरी है । नाखुश कार्यकर्ता को मनाने और उनको महत्व देने पर ही सरकार का भविष्य टिका हुआ है । अत:योगीजी से अनुरोध है कि ऐसे कार्यकर्ताओं के सम्मान की व्यवस्था करे और आज के दिन अपनी भाषा मे नर्मता बरते ।
इस आयोजन मे जो भी शासन का खर्चा आएगा उसका दुगना खर्च आमजनो के लिए खर्च करना भी अति आवश्यक है ,इस बात का विशेष ध्यान रखा जावे । राजनीति मे जो भी चल रहा है उसे आमजनता भलिभांति समझती है खासतौर से बुध्दिजीवी वर्ग तो जानता ही है ।
आज सभी देशवासियों की तरफ से श्री योगीजी को दुबारा मुख्यमंत्री बनने की हार्दिक बधाई ।
आज दिनांक 25 मार्च का दिन और उ०प्र०सरकार मे माननीय मुख्यमंत्री का शपथग्रहण समारोह मे भाग लेने आए लोगो का स्वागत है ।आज का आयोजन मे मीडिया का रोल भी किसी फिल्मी सूटिंग से कम नही हे ।
आखिर उ० प्र० सरकार क्या सिध्द करना चाहती हे ? कृ० आमजनो को बतलाऐ ! इस आयोजन मे हुए व्यव के बारे मे आज नही तो कल इतिहास जरूर पूछेगा ? तब उसका जबाब ना तो संघ,भाजपा के उच्च पदाधिकारियों
के पास नही होगा और होगा भी तो वह संतोषजनक नही होगा । देश मे ये सब क्या हो रहा है जानते है आमजनो से :-
(1) उ० प्र०का चुनाव का आशय क्या है ?
(2) मुख्यमंत्री शपथग्रहण पर हुए खर्चो की पूर्ति कहा से होगी ?
(3) आयोजन से मीडिया को क्या लाभ होगा ?
(4) बाहर से आने वाले लोगो का खर्चो का हिसाब कौन देगा ।
(5) इस आयोजन से क्या लाभ ?
(6) इन खर्चो की अनुमति किसने दी?
(7) आयोजन का उध्देश ?
(8) कही लोगो मे दहशत फेलाना तो नही है ?
आदि आदि प्रशन्नो का जबाबदेना ही होगा ।
आमजनो की उठती उक्त आवाज और वर्तमान मे घोर भ्रष्टाचार, महगाई
व्यभिचार ,बेरोजगारी, को देखते हुए माननीय न्यायालय को आगे आना बहुत जरूरी हो गया है ।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
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