कल-आज-कल,इतिहास व " मजदूर दिवस। .

कल-आज-कल का इतिहास के साथ साथ  आज "मजदूर दिवस" 01 मई का दिन है जो यादगार दिवस के रुप मे भारत भर मनाया जाता है ।आज का इतिहास मे दर्ज मजदूर दिवस अलग से मनाने की परम्परा रही है ।
इस लेख पर प्रकाश डालने से पूर्व आपको आज की 01 मई की इतिहासिक घटनाओ के बारे मे बतला
देना उचित होगा । 
आज के दिन और तारीको मे विश्व के देश -विदेशो मे कोन कौन सी घटनाएं घटित हुई थी , जानकारी
हमे इतिहास से मिलती है जिनका विवरण इस प्रकार से है :-
(1) 1837 में महाराजा रणजीत सिंह के 10 अध्यक्ष हरि सिंह नलवा का निधन हुआ था ।
(2) 2011 में अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू का निधन हुआ था
(3) 2021 में भारतीय समाचार वक्ता रोहित सरदाना का देहांत हुआ था
(4) सर्व सर्वोच्च न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश फातिमा बीवी का जन्म हुआ था
(5) भारतीय जनता पार्टी कि राजनीतिक और सकरी राजनीति राजनेता मीनाक्षी लेखी लेखी का जन्म हुआ था
(6) 1985 में अमेरिकी पर्वत रोही रिजल्ट बिग बॉस माउंट एवरेस्ट पर सर्वाधिक उम्र में चढ़ने वाले व्यक्ति बने हैं
(7) 2000 मैं आतंकवादी से निपटने के लिए सहयोग के आह्वान के साथ जी 77 शिखर सम्मेलन हवाना में संपन्न हुआ था
(8) पंचकूला इराक में हिंसा में अमेरिका सैनिक मारे गए थे 2004 में
(9) 2017 में नेत्रहीन पायलट माय हिल्टन ने विमान से आधी दुनिया का चक्कर लगाकर रिकॉर्ड बनाया था
10) सन 2002 में पाकिस्तान में राष्ट्रपति मर गए परवेज़ मुजफ्फर के अगले 5 सालों के कार्यकाल में प्रति के लिए जनमत संग्रह संपन्न हुआ था
11) 2010 में हिंदी फिल्मों के सदाबहार अभिनेता देवानंद देवानंद को शुक्रवार को मुंबई में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से तथा प्राण को फाल्के आईफोन से सम्मानित किया गया था ।
     कल-आज -कल का इतिहास मे  बीते कल के इतिहास के बाद
आज 01 मई  की इतिहासिक विवरण निम्नलिखित है। 
*. 1840 में यूनाइटेड किंगडम में पहला आधिकारिक डाक टिकट जारी किया था
   * रानी विक्टोरिया ने लंदन में महा प्रदर्शनी का उद्घाटन किया था
* 18 सो 86 में अमेरिका में कामगारों के लिए काम के घंटे तय करने को लेकर हड़ताल की गई और उसी दिन से 1 मई अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस घोषित किया गया 
* 1923 में भारत में मई दिवस मनाने की शुरुआत में चेन्नई में हुई इससे पहले भारत के 80 देश ऐसे थे जहां 1 मई को श्रम दिवस के रूप में मनाया जाता था
* 1993 में श्रीलंका के राष्ट्रपति रण चिंता प्रेमदास की बम विस्फोट में मृत्यु हुई
2011 में बराक ओबामा ने घोषणा की कि 11 सितंबर के धमाकों का मास्टरमाइंड और शाम में बिन लादेन मारा गया है
* साल 1913 में बलराज साहनी का जन्म हुआ
* 1910 में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तथा केरल और मध्य प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल निरंजन नाथ वांचू का जन्म हुआ था । आज के दिन यानी 1 मई को गांधीवादी विचारधारा से जुड़ी हुई रचित महिला सामाजिक न्याय सामाजिक कार्यकर्ता निर्मला देशपांडे का निधन 2008 में हुआ था तथा भारतीय जनता पार्टी के प्रसिद्ध नेता तथा उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री तथा मध्य प्रदेश के राज्यपाल राम प्रकाश गुप्ता का निधन वर्ष 2004 को हुआ था स्वतंत्र संग्राम सेनानी प्रफुलचंद्र चौकी का निदान 1888 में हुआ था
02  मई का इतिहास
(1) नीदरलैंड ने सोवियत संघ को मान्यता देने से इनकार किया 1924 में
(2) 1933 में जर्मनी में हिटलर ने मजदूर संघों पर प्रतिबंध लगाया था
(3) 1952 में पहला यात्री जेट फ्लाइट मार्ग लंदन और जोहांसबर्ग के बीच खोला गया
(4) 1982 में मौसम से संबंधित चैनल पहली बार केवल टेलीविजन पर प्रसारित किए गए
(5) 1997 में टोनी ब्लेयर ब्रिटेन के संसद इतिहास के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने
(6) 1999 में मीडिया मौसम को शो पनामा की पहली महिला राष्ट्रपति निर्वाचित हुई
(7) 1921 में सत्यजीत राय का जन्म हुआ
(8) 1926 में मारियो मिरांडा का जन्म हुआ
(9) 1975 में डेविड बैकहम का जन्म हुआ था
10) सन 1989 में निगार खान का जन्म भारत में हुआ था
11) कल आज कल का दिन अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस 1 मई संपूर्ण विश्व में मनाया जाता


 *विश्वव्यापी भविष्य-फल- वाड़ी *
आज के दिन आपको मान सम्मान
मिलेगा ।अतः अपना काम मेहनत और लगन के साथ काम करेगे तो आपका आत्मविश्वास साथ देगा ।और वह  काम आपका साथ और भी ज्यादा देने के प्रबल योग बना हुआ है ।
     अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस 
              2022
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर किसी ने कहा है कि 2 मजदूर श्रमिक बनकर अपने अपने काम पर चलें एक ने गमछा डालता तो दूसरे ने लैपटॉप शंकर जी हां हर वह इंसान जो अपना पेट पालने के लिए काम करता है वह मजदूर होता है फिर चाहे वह नंगे पर चले या बीएमडब्ल्यू कार देश के विकास में वहां के मजदूरों का सबसे बड़ा योगदान होता है क्योंकि देश को बनाने के लिए यही मजदूर रखता है इन्हीं को सम्मान देने के लिए हर साल 1 मई को श्रमिक दिवस मनाया जाता है जिसे लेबर डे मई डे के नाम से भी जाना जाता है इस दिन का मकसद न केवल मजदूरों को सम्मान देना है बल्कि उनके अधिकारों के प्रति आवाज को बुलंद करना और उन्हें उनकी सभी अधिकार देना भी है आइए मजदूर दिवस पर हम आपको बताते हैं 1 मई के दिन मजदूर दिवस क्यों मनाया जाता है और इसके पीछे कारण क्या है
इतिहास
1923 में भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत की गई जिसका मुख्य उद्देश्य यह था कि हर सल 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाने का मतलब का मकसद मजदूरों की उपलब्धियों का सम्मान करना और उनके योगदान को याद कर रहा है साथ ही उनके अधिकारों के लिए आवाज बुलंद करना है और उनके खिलाफ हो रहे शोषण का भी रोकना है अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के मौके पर कई संगठनों ने समस्त कर्मचारियों को 1 दिन की छुट्टी की जाती है इस दिन सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों में कई सारे कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं इतना ही नहीं कई कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की जाती है जो मजदूरों के हित में होती है इस साल मजदूर दिवस की भीम यानी कि सकारात्मक सुरक्षा और स्वास्थ्य संस्कृति का निर्माण करने के लिए मिलकर कार्य करना है। 
माननीय आरिफ अकील विधायक भोपाल मध्य प्रदेश द्वारा प्रतिवर्ष 1 मई को श्रमिक दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है उस समय का फोटो मे माननीय विधायक  श्री आरिफ   अकील    के   साथ गुरुजीसत्यवादी  श्रीरामधुन  एवं भोपाल के अन्य धर्मगुरुओं के साथ     गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन


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