कल-आज-कल के बारे मे ढेरों सवाल ?

कल-आज-कल का इतिहास,खास दिन के साथ साथ ज्योतिशीय गणना व भविप्यफल,  जिसका सीधा संबंध कल-आज-कल से है इसे सुरक्षित रखने के लिए स्वास्थ्य उपचार का समावेश कर गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन अपने ज्ञान और अनुभव से आमजनो को अवगत करा रहे है :-
सर्वप्रथम हम इतिहास पर ध्यान केद्रित करते है कि 26 म ई के दिन दुनिया कौन कौन सी 13 धटनाऐ घटित हुई है,वे इस प्रकार से है :-
(1) शान 1679 में ब्रिटेन की संसद में बंदी प्रत्यक्षीकरण कानून पारित किया था जिसे दुनिया का पहला मनुष्य की निजी आजादी का मानव अधिकार कानून माना जाता है
(2) 1739 मुगल बादशाह मोहम्मद शाह और ईरान के नादिरशाह के बीच हुई संधि के परिणाम स्वरुप अफगानिस्तान भारत से अलग हुआ
(3) 1805 में नेपोलियन को गिरती के राजा का ताज पहनाया गया
(4) 1822 में चर्च में आज से 116 लोगों की मृत्यु हुई यह नार्वे के इतिहास में सबसे बड़ा अग्निकांड था
(5) 1918 में जातीय का लोकतांत्रिक गणराज्य स्थापित किया गया
(6) 1926 में लेबनान में संविधान को अंगीकार किया गया
(7) 1950 में ब्रिटेन में पेट्रोल पंप खरीदने पर लगी सीमा को खत्म कर दिया गया इससे पहले हर व्यक्ति को पेट्रोल खरीदने के लिए राशन कार्ड दिया जाता था
(8) 1955 चाय वालों ने दुनिया के तीसरे नंबर की सबसे ऊंची पर्वत चोटी कंचनजंगा पर विजय प्राप्त की थी जिसकी ऊंचाई 8585 मीटर है
(9) 1966 में ब्रिटिश ग्वाला ने स्वतंत्रता प्राप्ति और ग्वाला बन गया
10) 1969 में अपोलो कार्यक्रम अपोलो 10 पृथ्वी पर आने वाले सभी घटकों के सफल 8 दीप्ति परीक्षण के बाद वापस लौटा
11) 1983 में जापान में 7.7 ट्रैक्टर स्टेज से आए भूकंप में 104 लोगों की मृत्यु हुई
12) 2008 में पूर्वी और दक्षिणी चीन में बाढ़ आने से 148 लोगों की मृत्यु हुई
13) 2009 में उत्तर कोरिया ने अपने दूसरे परमाणु उपकरण का कथित तौर पर परीक्षण किया उत्तर कोरिया ने इस परमाणु परीक्षण के बाद कई अन्य मिसाइल परीक्षण भी किए आज की विश्वव्यापी भविष्वावाणी व भविप्यफल :- आज का दिन भविष्य के लिए गंभीरतम चेतावनी देता है अतः आज के दिन कोई भी कार्य करने से पहले सोच-समझ कर निर्णय ले ।आज का दिन दूसरे लोगो की गलत  सलाह पर बहुत बड़ा नुकसान का संकेत देता है ।
आज का दिन खास क्यो है :-
जेब विविधता के मुद्दों के बारे में जागरूकता और समझ बढ़ाने के लिए हर साल 22 मई को अंतरराष्ट्रीय निविदा के लिए अंतर्रष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है भगवान गौतम बुद्ध का जन्म भी मई के शुभ दिनों में होता है इस साल भूत जयंती 26 मई को मनाई जाएगी यह उनके जन्मदिन को चिन्हित करने के लिए दुनिया भर के पौधों द्वारा मनाया जाता है
       भगवान गौतम बुध्द 10 बातें
भगवान गौतम बुद्ध काजल नेपाल के लुंबिनी वन में ईशा पूर्व 563 को हुआ था उनकी माता महामाया देवी जब अपने नेहर देव देवी जा रही थी तो कपिलवस्तु और देव दही के बीच 9th नौतनवा स्टेशन से 8 मील दूर पश्चिम में रोपनी गई नामक स्थान के पास उस काल में लुंबिनी वन हुआ करता था वही पुत्र को जन्म दिया
* बुद्ध का जन्म नाम सिद्धार्थ रखा गया सिद्धार्थ के पिता शुद्धोधन कपिलवस्तु के राजा थे और उनका सम्मान नेपाल ही नहीं समूचे भारत में था सिद्धार्थ की मौसी को इतनी ने उनका लालन-पालन किया क्योंकि सिद्धार्थ के जन्म के 7 दिन बाद ही उनकी मां का देहांत हो गया था
* बुद्ध के जन्म के बाद एक भविष्यवक्ता ने राजा शुद्धोधन से कहा था कि यह बालक चक्रवर्ती सम्राट बनेगा लेकिन यदि वैराग्य भाव उत्पन्न हो गया तो इसे बुध होने से भी कोई नहीं रोक सकता इसकी ख्याति समूचे संसार में अनंत काल तक कायम रहे राजा शुद्धोधन सिद्धार्थ को चक्रवर्ती सम्राट बनने पर बनते देखना चाहते थे इसलिए उन्होंने सिद्धार्थ के आसपास भोग विलास का भरपूर प्रबंध कर दिया ताकि किसी भी प्रकार से वैराग्य उत्पन्न ना हो बस यही गलती कर दी और सिद्धार्थ के मन में वैराग्य उत्पन्न हो गया
* कहते हैं कि एक बार अपने साथियों के संग में सम्मिलित होने के वहां उनका वैचारिक मतभेद हो गया मन में वैराग्य भाव तो भाई ही इसके अलावा छत्रिय पाकिस्तान से वैचारिक मतभेद के चलते संघ ने उन्हें के उनके समक्ष तो प्रस्ताव रखे गए यह की पार्टी चाहते हो कि देश छोड़कर जाना चाहते धार कहा कि जो आप दंड देना चाहे सांसों ने के सेनापति ने सोचा कि दोनों ही स्थिति में कौशल नरेश को सिद्धार्थ से हुए विवाद का पता चल जाएगा और हमें दंड भुगतना होगा तब सिद्धार्थ ने कहा कि आप निश्चिंत रहें मैं सन्यास लेकिन चुपचाप ही देश से दूर चला जाऊंग आपकी इच्छा भी पूरी होगी और मेरी भी
* बुध के प्रमुख गुरु गुरु विश्वामित्र अलार्म कलम खुदा का रामा पुत्र थे जबकि खुद के प्रमुख 10:30 से आनंद अनिरुद्ध महा कश्यप रानी खेमा महा प्रजापति पत्रिका रघु के बाल देवदत्त और उपाली नाइट दूसरी और बौद्ध धर्म के प्रचारकों में प्रमुख रूप से अंगुलिमाल मिलिंद सम्राट अशोक बैंकिंग आसियान बीजिंग है जो बोधिसत्व या बोधिधर्मा विमल मित्र बेतिया गुप्त वज्र बोधी अश्वघोष नागार्जुन चंद्रकीर्ति मैत्रेय नाथ आर्य असंग वसु बंधु श्रीमती धर्म कीर्ति शांत रक्षित कर्म कमल सील आम्रपाली संघमित्रा आदि का नाम लिया जाता है
* शोध कार्य बताते हैं कि दुनिया में सर्वाधिक प्रवचन बुद्ध के ही रहे हैं यह रिकॉर्ड है कि युद्ध में जितना कहा और जतना समझाया उतना किसी और में नहीं।
* दुनिया का ऐसा कोई हिस्सा नहीं बचा था जहां बौद्ध भिक्षु हो ने कदम ना पड़े हो दुनिया भर के हर इलाके में खुदाई में भगवान बुद्ध की प्रतिमा ही निकलती है दुनिया की सर्वाधिक प्रतिमाओं का रिकॉर्ड भी खुद के नाम से दर्ज है बुध के ज्ञान और ज्ञान पर बहुत से उन्होंने सोच भी जारी किया है।
आज 26 म ई का भविप्यफल अंको के अधारो पर :-
*1* आज मौसम के हिसाब से आपका स्वास्थ्य मैं नरम गरम रहेगा आज का दिन खुशियों से भरा होगा
*2* आज का दिन आपके लिए अच्छा और बुरा दोनों रहेगा अपने कार्य क्षेत्र में सावधानी बरतें बाड़ी और क्रोध पर नियंत्रण रखें मानसिक तनाव से आपको परेशानी आ सकती है
*3* आज का दिन आपके लिए चारों तरफ से या फिर लाभ प्राप्ति के संकेत मिल रहे हैं नई जिम्मेदारी आप को सौंपी जा सकती है
*4* किसी भी कार्य में जल्दबाजी न करें धन हर्ज होगा व्यापार में इस कदर की स्थिति भी बनी रहेगी परिवार का सहयोग मिलेगा दांपत्य जीवन में मधुरता रहेगी
*5* आज आपका दिन मिलाजुला असर देने वाला होगा ।
*6* आज आपके लिए खुशियों से भरा दिन होगा जिसक काम में हाथ जानेंगे सफलता प्राप्त होगी
*7* आज आपका दिन खुशनुमा दिन रहेगा कार्यक्षेत्र और व्यापार में वाधवा आपके अनुकूल रहेगा सभी कार्यों में सफलता मिलने की उम्मीद है
*8* आज आप देती है दिल ठीक नहीं है जोखिम भरे मामलों में नेट में फिलहाल तारीख है किसी पर भी आप मुझ पर विश्वास ना करें ।
*9* आज आपका दिन खुशनुमा रहेगा व्यापार में उन्नति के छात्र थे मेहनत से किए गए कार्यों में सफलता मिलेगी परिवार के साथ हमें भी करने का अवसर मिलेगा । समय परिवर्तन शील है ।कल-आज-कल के इतिहास मे नया अध्याय शुरू किया जा रहा है जिसमे अनेको लोगो द्वारा पूछे जा रहे सवालो के उत्तर दे रहे हे गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन । कृपया अगले लेख का इंतेजार करे ।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन

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