मान०राष्ट्रपति के भोपाल आगमन पर बधाई ।
भोपाल म०प्र० की राजधानी मे मान०राष्ट्रपति श्री कोविंद का स्वागत है ।
आज म०प्र० की पावन धरती आप जैसे व्यक्ति के आने से धन्य हो गई है। आपके आने से ,आपकी विचार धाराओ से इस क्षेत्र को न ई दिशा मिलेगी । आपके आगमन से यहां जो विचारों का हवाओ मे घुलनशील होकर लोगो के अंतर्मन मे नये विचारों का जो उद् गम हुआ है उसके लिऐ धन्यबाद । और हां एक बात और याद आ गई है कि आपके द्वारा छ०ग० राज्य को एक विश्वविख्यात "जै थम्ब" कुतुबमीनार से ऊची जैत खम्भ गरु घासीदास बाबा जी की तपो भूमि गिरौदपुरी धाम " धरोहर का उद्घाटन और संम्बोधन किया था वह पूरे भारत के गोरव की बात है और इसका श्रेय आपको जाता है ।
आज आप म०प्र० की पावन धरती पर "अरोग्य भारती वन नेशन वन हेल्थ सिस्टम इज द नीड आँफ द अवर " आरोग्य मंथन कार्यक्रम मे आपने मान० मुख्यमंत्री से अचानक एक प्रश्न् पूछा कि "इस पंडाल मे इस फव्वारे लगाने का क्या अर्थ है,यह तो शादी समोरोह मे लगाया जाता है ? इस प्रश्न् का आश् य से आपकी महानता झलकती है किन्तु आपके सरकारी कर्मचारी और अधिकारियों तथा कानून व्यवस्था की तरफ देखता हूं तो आश्चर्य होता है कि "माँ आदिशक्ति दर०धार्मिक एवं परमार्थ टूस्ट भोपाल के संस्थापक, सम्पादक, अध्यक्ष, काउसंलर, श्रीरामधुन द्वारा अपीलीय आवेदनपत्र दि० 13-04,2019-२0 को रजिस्ट्री द्वारा आपके अलावा संबंधित विभाग को भेजे गए थे उस पर की गई कार्यवाही से आज तक अवगत नही कराया गया अतः मे चाहता हूं कि मुझे सरकार से अब कुछ नही चाहिए सरकार द्वारा प्रदत्त सभी प्रमाण पत्र और तमाम सुविधाएं ले ली जाये और एन० ओ० सी० प्रमाण- पत्र दिया जाऐ ।
हमारा टूस्ट गांधी-मोदी विचारक के साथ साथ धार्मिक एवं सामाजिक टूस्ट है जिसे आयकर अधिनियम 1961 के अंतर्गत12Aतथा 80G के अंतर्गत पंजिबध्द है ।टूस्ट को अभी तक अनुदान अथवा दान नही मिलने के कारण उसे भी इस वर्ष रिनेयू नही किया गया । टूस्ट की माली स्थिति ठीक नही है । लाखो रु०का नुकसान हुआ है । हर जगह भ्रष्टाचार व्याप्त है। टूस्ट द्वारा प्रकाशित समाचार-पत्रीका से प्राप्त राशी से टूस्ट के काम आतां था वहां पर भी भ्रष्टाचार के कारण बंद करना पड़ेगा । सरकार को मान० राष्ट्रपति व मान० राज्यपाल के अपीलीय आवेदन पत्र पर कोई कार्यवाही नही होने पर उनके होसले और भी ज्यादा बढ़ गए है ।अतः अब सभी कार्य बंद करना ही पड़ेगा । सरकार को इस संबंध मे दुबारा लिखा गया है ।
आज आप भोपाल मे है अतः इस संबंध लिखना जरूरी था ताकिआपके अंतर्मन तक यह आवाज पहुंच सके।
Comments
Post a Comment