भारतीय ज्योतिष-स्वास्थ्य मिशन 2031 कल-आज-कल का इतिहास..

कल-आज-कल के इतिहास मे ज्योतिष और स्वास्य का बड़ा गहरा संबंध रहा है ।
   आज आपको बतलाया जा रहा है कि- ज्योति का अर्थ होता है प्रकाश और ज्योतिष का अर्थ होता है ज्योति पिंडों का अध्ययन ज्योतिष शास्त्र का अर्थ प्रकाश वाले विंडो की गतिविधियों को बताने वाला शास्त्र वर्तमान में ज्योतिष विद्या विवादों के घेरे में है और इसका कारण ज्योति शास्त्री हैं जो लोगों को को मनगढ़ंत भविष्य बता रहे हैं या लोगों को ग्रह नक्षत्र से डरा रहे हैं डरपोक लोगों के बारे में क्या कह दे तो किसी भी चीजों से डर जाते हैं ।
ज्योतिष के श्री स्कंद है यानी इस के तीन प्रमुख स्तंभ है गणित संहिता और फलित कुछ लोग सिद्धांत संहिता और और बताते हैं एक जमाना था जब कि सरा रेखा गणित बीजगणित खगोल विज्ञान सब ज्योतिष की ही ताकत थी लेकिन अब यह विज्ञान पंडित जोशी ओं के कारण अज्ञान में बदल गया है
   बहुत से लोगों के मन में आजकल ज्योतिष विद्या को लेकर संदेह और अविश्वास की भावना है जिसका कारण वर्तमान में प्रचलित ज्योतिष और इसको लेकर किया जा रहा व्यापार से हैं टीवी चैनलों में ज्योतिष शास्त्री ज्योतिष के संबंध में ना मालूम क्या-क्या बातें करके समाज में है और भ्रम उत्पन्न कर रहे हैं यही कारण है कि कई लोगों के मन में अब ज्योति इसको लेकर संदेह उत्पन्न होने लगा है जोकि जायज भी है
किन ग्रहों की वजह से रिश्तो में दरार आती है जाने
अगर कोई ग्रह कुंडली में खराब है तो उससे संबंधित रिश्ते को ठीक कर के हम ग्रहों की स्थिति को ठीक कर सकते हैं हर ग्रह का एक खास गुण होता है उसी गुण से मिलता-जुलता रिश्ता उस ग्रह से प्रभावित होता है अगर रिश्ते से संबंधित ग्रह कमजोर हुआ हो तो रिश्ता बिगड़ जाता है उसी से मिलता जुलता रिश्ता उस ग्रह से प्रभावित होता है अगर रिश्ते से संबंधित ग्रह कमजोर हुआ तो रिश्ता बिगड़ जाता है अगर कोई रिश्ता कमजोर हुआ तो संबंधित ग्रह भी कमजोर हो जाता है अगर कोई ग्रह कुंडली में खराब है तो उससे संबंधित रिश्ते को ठीक कर के हम ग्रह को ठीक कर सकते हैं 
सूर्य का रिश्ता पिता का रिश्ता
ज्योतिष में पिता का संबंध सूर्य से माना जाता है पिता का सम्मान करने से सूर्य निश्चित रूप से मजबूत होता है रोज राधा पिता के चरण स्पर्श करें पिता की सेवा और देखभाल करें अगर पिता नहीं है तो सूर्य को जल देकर पिता का स्मरण करें
चंद्रमा से माता का रास्त
ज्योतिष में माता का संबंध चंद्रमा से माना जाता है मानसिक रोग से पीड़ित लोगों लोगों को मारते ढेर सारा आशीर्वाद ले लेना चाहिए नित्य प्रातः माता के चरण स्पष्ट करें माता के स्वास्थ्य और मन का ध्यान रखें अगर मां नहीं है तो देवी की आराधना करें और मन मां का स्मरण करें
मंगल से भाई बहन का रिश्ता
ज्योतिष में समानता मंगल को भाई-बहन से संबंधित माना जाता है भाई बहनों के साथ अच्छा संबंध मंगल को ठीक कर देता है यथाशक्ति भाई बहनों की सहायता करें भाई बहनों के साथ एक साथ भोजन करने का प्रयास करें अगर भाई बहन नहीं है तो हनुमान जी की उपासना करें
बुध का संबंध ननिहाल से ज्योतिष में नाना नाना नाली और बिहार के लोगों का विचार बुध से किया जाता है अगर मनिहार के लोगों का सम्मान ना किया जाए तो बुध कमजोर हो जाता है ननिहाल के लोगों को के संबंध ठीक रखें ननिहाल से कोई पौधा लाकर अपने घर में लगाए वर्ष में एक बार न विहार जरूर जाएं
बृहस्पति पर दादा दादी और वृद्ध लोगों लोगों का संबंध
बृहस्पति से दादा दादा की स्थिति का विचार किया जाता है यह आपके जीवन के प्रति लोगों की सूचना भी देता है आपके अपने दादा दादी और बुजुर्गों का सम्मान जरूर करें उन्हें समय-समय पर वस्त्र और मिठाई आदि उपहार देते रहें
शुक्र का संबंध जीवनसाथी का संबंध
शुक्र आपके जीवन साथी से संबंध रखता है अपने जीवनसाथी से ठीक संबंध रखने से शुक्र ठीक रहता है अपने जीवनसाथी का सम्मान जरूर करें अपने विचार उनके ऊपर नाथू के घर में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की संयुक्त पूजा करें
शनि राहु केतु सहयोगियों के साथ रिश्ते
सहयोगियों के साथ रिश्ते शनि राहु केतु से संबंध रखते हैं क्योंकि उनके साथ खराब वस्तुओं से शनि राहु केतु बिगड़ जाते हैं सहयोगियों के साथ रिश्ते ठीक रखें उनका शोषण न करें उनको धन का भुगतान समय से करें सप्ताह में एक बार उनको मिठाई जरूर खिलाएं ।
    गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन

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