आज का दिन और समय ठीक नही ? बढती मंहगाई, बेरोजगारी, अबादी !
आज का दिन ओर समय ठीक नहीं नही है नकारात्मक उर्जा से प्रेरित करता है । आज हम जो भी सोच रहे और कह रहे है वह बिल्कुल सही है । सकारात्मक भाव से किया गया कब सकार होगा ? मै अपने सभी सकारात्मक सोच के साथ कर रहा हूँ फिर भी ठीक नही चल रहा है और धीरे-धीरे जीवन के दिन भी कम होते जा रहे । और कार्य बढ़ते जा रहे है ।
ऐसी स्थिति मे सबसे ज्यादा परेशान हो रहे है बुजुर्ग लोग । रोजाना बुजुर्गों के साथ क्या-क्या हो रहा है समाचार पत्रो मे प्रकाशित हो रहा है । सरकार के मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह और भू०पू० मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के साथ साथ मान० प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से निवेदन है कि बुजुर्गों की चलाई जा रही योजनाओं पर विशेष ध्यान दे । इसमे उनकी भी भलाई छुपी है चूंकि वे भी बुजुर्गों की श्रेणी की ओर अग्रसर है बल्कि कहा जाऐ कि वे भी बुजुर्ग हो चुके है ।
आज छिंदवाड़ा जिला मैं एक बुजुर्ग ने किया आत्महत्या पत्नी बेटी पर भी केरोसिन डालकर आग लगाई तीनों की मौत का रथ आर्थिक तंगी से परेशान पूरा परिवार की खबर दिल दहलाने वाली है इस घटना को श्री कमल नाथ के साथ-साथ शिवराज सिंह से संबंधित है और माननीय प्रधानमंत्री से भी संबंधित कृपया इस देश में होने वाली इस तरह की ना जाने कितनी घटनएं घट रही है और सरकार कुछ नहीं कर पा रही है तो आमजनता किससे अपना दुख कहे । इस घटित घटना की जिम्मैदारी आखिर कार इन तीनो व्यक्ति पर नही है तो किस पर होगी सरकार बताऐ ? ऐसी मोटी समस्या तो ये लोग अपने जेब से पूरी कर सकते है फिर भी सरकारी कमियो , योजनाओ पर आश्रित क्यो ?
इसी प्रकार से अनको घटनाओ के साथ-साथ प्राकृतिक घटनाओं की भी जिम्मेदारीयो का बोझ किसी ना किसी के उपर निर्धारित होना आवश्यक हें । अब यहां पर कुछ लोगो के तार्किक कथनो के अधार फैसला करना होता है और उसकी जिम्मैदारी सोपना चाहिए । आज का समय और दिन के अधीन सब कुछ जो कुछ भी होता है वह सब सरकार ही होता है । अब ऐसे मे सरकार को जिम्मैदारी निभानी भी पड़ती और उठानी भी पड़ती है। हम इसे दूसरे रुप से से भी प्रस्तुत कर सकते है ।
बढ़ती महंगाई की वजह वर्तमान समय में महंगाई की डर दिनों दिन बढ़ते ही जा रही है और कम होने का नाम नहीं ले रही है ऐसे में भारत के सभी वे लोग जो मीडियम परिवार से संबंधित है की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है और सरकार इस पर अंकुश लगाने में असमर्थ हो रही है तब आम जनता को क्या करना चाहिए
भारतीय रिजर्व बैंक के उपभोक्ता विश्वास संरक्षण में कुछ इस तरह की बात निकल कर सामने आई है यह सर्वेक्षण दिखाता है कि उपभोक्ताओं का विश्वास अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ गया है उपभोक्ता विश्वास सूचकांक सितंबर में 49.9 पर आ गया जबकि यह जुलाई में 53.8 पर था
महंगाई क्यों बढ़ रही है
भारत की खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर 2020 में अपने साडे 6 साल के सबसे ऊंचे स्तर 7.6% तक पहुंच गई है खाद्य मुद्रास्फीति 2 अंकों में दर्ज की गई है प्रोटीन आधारित सामान जैसे अंडे मांस मछली तेल सब्जिया और दालों की कीमतों के कारण महंगाई बढ़ कर 11.07% पहुंच गई है
भारत में मुद्रास्फीति दर आलू की कीमतों में पिछले महीने में के 102% के मुकाबले 104.5% की सबसे तेजी वृद्धि हुई है
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि चार प्रमुख कारणों के कारण मुद्रास्फीति बढ़ रही है :-
* पेट्रोल और डीजल पर सरकार ने टैक्स बढ़ा दिया है और घर पर रहने और work-from-home करने के कारण रोजमर्रा के सामानों की मांग भी बढ़ रही है
* कई कंपनियों ने निजी देखभाल के उत्पादों जैसे कास्ट मैट्रिक व साफ-सफाई का सामान और मनोरंजन की श्रेणी में आने वाले सामानों की कीमत भी बढ़ा दी है इस सब के कारण महंगाई में तेजी आई है
* कोरोना सरकार के कर्मचारियों का जनवरी 2020 से जून 2021 तक नहीं बढ़ेगा महंगाई भत्ता
* भारतीय चुनाव क्या सरकार ?
* महंगाई को काबू कर पाई है ?
अब आगे क्या होगा
विशेषज्ञों का मानना है कि हाथ मुद्रास्फीति की समस्या जिसने देख रही है उससे कहीं ज्यादा बड़ी है यह लॉकडाउन में आपूर्ति में आई रुकावट के कारण तो नहीं है
आर्थिक विकास दर पर असर हो रहा है ?
सरकारी कदम लगातार बढ़ रही महंगाई से आम आदमी को राहत दिलाने के लिए मोदी सरकार एक पुख्ता व्यवस्था करने जा रही है इस व्यवस्था से डॉक्टर महंगाई पर लगाम कसी जाएगी बल्कि सब्जियों और दालों के बेतहाशा बढ़ रहे दामो पर भी काबू किया जा सकेगा इसके लिए केंद्र सरकार एक ऑटोमेटिक सिस्टम लाने जा रही है जिसके जरिए महंगाई को आसमान पर पहुंचने से पहले ही इस को काबू कर लिया जाएगा।
मोदी सरकार का कथन, आलोचना
बढ़ती बेरोजगारी सुरसा की तरह मुंह फैलाती महंगाई और लुढ़क की विकास दर अर्थव्यवस्था के हर मोर्चे पर सरकार चौतरफा आलोचना के घेरे में है ।
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