कल-आज-कल-इति०मे आज का विशेष
31 जुलाई का इतिहास महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम छोड़ने और प्रेमचंद्र के जन्म सहित और क्या दर्द है आज के दिन प्रस्तुत है गुरुजी सत्यवादी श्री राम कथा 31 जुलाई आज के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम थोड़ा और प्रसिद्ध कहानीकार और उपन्यासकार प्रेमचंद का जन्म किस दिन हुआ था 31 जुलाई कहते हैं का देश के स्वतंत्र संग्राम सेनानी खास महत्व है दरअसल दक्षिण अफ्रीका से लौटने के बाद महात्मा गांधी ने गुजरात के अहमदाबाद में टावर नदी के किनारे अपना आश्रम बनाया और यहां जीवन के नए कुछ नए प्रयोग किए जैसे खेती पशुपालन और खादी आश्रम से महात्मा गांधी ने देश के संग्राम का ताना-बाना बुनना शुरू किया गांधी जी ने हुकूमत के खिलाफ जैन आंदोलन का नेतृत्व किया और साबरमती आश्रम सत्याग्रह और दांडी मार्च जैसे आंदोलन का साक्षी रहा गांधी जी ने हालांकि 31 जुलाई 1933 को साबरमती आश्रम छोड़ दिया लेकिन उनकी यादों को आज भी साथ में रखा गया है
1* 1658 में उत्तराधिकार के युद्ध में अपने भाइयों को पराजित करने के बाद औरंगजेब ने छठे मुगल सम्राट का ताज पहना था
2* 1703 में अंग्रेजी के लेखक डैनियल डे को एक चर्च के राजनीतिक रूप से व्यंग करते हुए हाई चर्च टायर को प्रकाशित करने के बाद एक स्तंभ विदेशी परिवार में रखा गया था
3* 1737 में वेल्स के राजकुमार पैट्रिक इंग्लिश पोर्ट से भाग निकला
4* 1741 में बावरिया के चार्ल्स अल्बर्ट ने ऊपरी आस्ट्रेलिया और फोबिया पर हमला किया
5* 18 से 82 में एडिनबर्ग में आखरी सार्वजनिक आरती की गई
6* 1848 फ्रांस में आपने उस निवेशकों से आखरी गुलाम को मुक्त किया
7* 18 सो 55 में अमेरिका के पहले पशु चिकित्सा कॉलेज की स्थापना बोस्टन में की गई
8* 18 सो 56 में न्यूजीलैंड एक शहर के रूप में स्थापित किया गया
9* 1935 में मास्को के भूमिगत मेट्रो लाइन को लोगों ने खोला गया
10* 1954 में डालियन पर्वत रोही लेनोवो ले से ले ली और एचएलए कंपनी हिमालय से करके दो पर पहुंचने में सफल हुए
11* 2006 में फिदेल कास्त्रो ने अपने बड़े भाई को सत्ता सौंपी
12* 2010 में बाढ़ से पाकिस्तान में 900 लोगों की मौत हुई
13* 214 में व्यस्त स्वास्थ्य संगठन के अनुसार पश्चिम अमेरिका में निंबोला से 57 से अधिक लोगों लोगों की मौत हुई
आज का विश्व व्यापी भविष्यवाणी
आज का अंक ज्योतिषफल
1* मुलायम की एक के लोगों को सजा दी जाती है कि वह अगस्त के महीने में किसी के बहकावे में आकर कोई कार्य ना करें और ना ही कोई काम में बदलाव लाएं
2* मूलांक 2 वालों को सलाह दी जाती है कि इस महीने शेयर मार्केट या प्राइवेट प्रॉपर्टी में निवेश ना करें तो बेहतर रहेगा
3* महिला तीन बालों को सलाह दी जाती है कि आज के दिन जमीन में निवेश के लिए समय अनुकूल है डिजाइनिंग के क्षेत्र में से जुड़े पैसे वालों को इस दौरान अच्छा मुनाफा हो सकता है
4* मूलांक 4 के लोगों को सलाह दी जाती है कि अगस्त महीने में कार्यस्थल पर आपका किसी कर्मचारी के साथ विवाद विवद हो सकता है इसलिए सावधानी बरतें
5* मूलांक 5 के लोगों को सलाह दी जाती है कि वे अपने जीवन साथी के साथ अच्छा व्यवहार करें और कहीं घूमने का प्लान बनाएं
6* मूलांक 6 वाले को सलाह दी जाती है कि इस महीने अनावश्यक रूप से धन खर्च होने से चिंतित ना रहे कुछ मन इच्छा भी पूरी हो सकती है
7* मूलांक 7 वालों को सलाह दी जाती है कि वे अपने सहकर्मी वरिष्ठ अधिकारियों के सामने अच्छा व्यवहार करें धन्यवाद करने से पहले अच्छी तरह से समझ ले
8* मूलांक 8 वालों को सलाह दी जाती है कि स्वामी ग्रह शनि महाराज आ गया है व्यापार में बेटी के साथ लाभ के मौके मिल सकते हैं
9* मूलांक 9 वालों को सलाह दी जाती है कि वे आज के दिन मानसिक तनाव से बचें कहीं घूमने जाएं अपनी दिनचर्या में योगा अथवा बयान को शामिल करें मीडिया क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए समय अनुकूल है
आज का खास दिन
1* हरियाली तीज
2* स्वर्ण गौरी व्रत
3* मुंशी प्रेमचंद्र जयंती
आधुनिक भारत के जी सर साहित्यकार मुंशी प्रेमचंद की रचना की दृष्टि साहित्य के विभिन्न रूपों में अभिव्यक्त हुई है उपन्यास कहानी नाटक समीक्षा लेख संस्करण आदि अनेक विधाओं में उन्होंने साहित्य सृजन किया है अपने जीवन काल में उन्हें उपन्यास सम्राट की उपाधि मिल गई थी किंतु पाठकों के बीच आज भी उनका कहानीकार का रूप शिकार कराया जाता है उनका जीवन जितनी जनता के लिए हुए हैं साहित्य फलक पर उतना ही व्यापक है उन्होंने कुल 15 उपन्यास 300 से अधिक कहानियां 3 नाटक 10 अनुवाद सात बार पुस्तकें तथा हजारों की संख्या में लेख आदि की रचना की है प्रेमचंद्र अपनी हर व्यक्ति को अपने समर्पित भाव से रहते हैं हैं कि पात्र जीवन होकर पाठक के हृदय में धड़कने लगते थे यहां तक कि पात्र यदि है तो पाठक की पलक की ओर भी नम हो जाती थी पात्र यदि समस्या का शिकार है तब उनकी मनोवैज्ञानिक प्रस्तुति इतना प्रभावी होती थी कि पाठक भी समाधान मिलने तक बेताबी का वो करता था करता है वह स्वयं आजीवन जमीन से जुड़े रहें और अपने बातों का चयन भी हमेशा परिवेश के अनुसार किया उनके द्वारा रचित पात्र होरी किसानों का प्रतिनिधि चरित्र बन गया प्रेमचंद्र एक सच्चे भारतीय थे एक सामान्य भारती के तरह की आवश्यकताएं भी सीमित थी उनके तथा कार पुत्र अमृत राय ने एक जगह लिखा है क्या तो उनका दिया था उसे जरा नीचे तक पहुंचने वाली मिल की धोती उसके ऊपर कुर्ता और पैरों में बंद दार जूते आप शायद उन्हें प्रेमचंद्र मानने से इंकार कर दें लेकिन तब भी वही प्रेमचंद था क्योंकि वही हिंदुस्तानी है प्रेमचंद्र हिंदी के पहले साहित्यकार थे जिन्होंने पश्चिमी पूंजीवाद एवं औद्योगिक सभ्यता के संकट को पहचाना और देश की मूल कृषि संस्कृति तथा भारतीय दृष्टि की रक्षा की ।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
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