परम्परा बनती ही है , टूटने के लिऐ !

संसार में चल रहे नियमों के अंतर्गत कई ऐसे नियम है जिनको आज का मानव आज का इंसान तो अपनी नई परंपरा स्थापित कर रहा है ।उसी परंपरा के अंतर्गत आज 1 मई 2023 को आरिफ अकील फैंस क्लब द्वारा आयोजित कव्वाली का प्रोग्राम रखा गया है जबकि आरिफ अकील फैंस क्लब वर्षों से 1 मई को बड़े प्रोग्राम का आयोजन किया जाता था जिसमें भोपाल के जाने-माने हस्तियों का सम्मान किया जाता था । और पुराने गीतों का आयोजन किया जाता था पुराने गीतों में किशोर कुमार ,मुकेश आदि के गाने गाने वालों के नाम "आज की शाम यादगारे शाम " को आमंत्रित कर पूरी रात प्रोग्राम चलता था । 
आज सुबह-सुबह भोपाल की सड़कों पर पुराने भोपाल की सड़कों पर ऑटो से, किराए की गाड़ी से , आरिफ अकील फैंस क्लब का स्पीकर से एनाउंसमेंट करते हुआ नजर आ रहा है था कि 1 मई को कव्वाली का आयोजन भोपाल चौराहे पर किया गया जा रहा है सभी लोगों को आमंत्रित किया जा रहा  है । जबकि नियम कुछ ओर ही हैं ऐसे प्रोग्राम के लिए नियमों का पालन ना करना भी एक चुनौतीपूर्ण कार्य है । सबको सादर आमंत्रित करने का एनाउंसमेंट  का कोई तरीका नहीं है बल्कि उनके सम्मान में होना यह चाहिए था कि कार्ड द्दवारा  आमंत्रित करना चाहिए था ।आज परंपरा टूटती हुई आगे बढ़ रही है और नई परंपरा बन रही है । उगता हुआ सूरज डूबने के लिए तैयार है शाम हो रही है रात हो रही है फिर वही सिलसिला जारी है। और बड़े प्रोग्राम की जगह छोटे और ओछा कार्यक्रम करना वाला आयोजन उचित नही लगता हे इस कव्वाली वाले प्रोग्राम की जगह ना करते तो बेहत्तर होता ।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन

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