पहलवानों के दंगल मे आज का सत्य-वादी-आर्यवंश की कहानी एक जैसी-श्रीरामधुन
आज की ब्रेकिंग न्यूज़ मे -
3 महीने के बाद भारत के पहलवान दिल्ली के जंतर मंतर पर फिर से एक बार धरने पर बैठ गए उनकी मांग है कि कुश्ती संघ के प्रमुख को तत्काल गिरफ्तार किया जाए । न्याय नहीं मिला तो लौटा देंगे पदक।
दिल्ली के जंतर मंतर पर देश के पहलवानों का धरना देते हुए बहुत दिन बीत चुके हैं उनका कहना है कि न्याय नहीं मिला मिल जाता है तो इस तरह धरने पर बैठे रहेंगे पहलवानों और दिल्ली पुलिस के बीच नोकझोंक के बाद पहलवानों ने यह तक कह दिया कि अगर आप उन्हें न्याय मिला नहीं मिला तो वह पदक लौटा देंगे दर्द खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण चरण सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए उन्हीं की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों ने कहा है कि हम जानते हैं कि कोर्ट बिना जांच के पुलिस को किसी को गिरफ्तार करने के लिए नहीं कह सकते पीड़ितों को पहले अपनी शिकायत दर्ज करनी होगी इसलिए इसलिए हम सुप्रीम कोर्ट से नाराज नहीं उन्होंने एफ आई आर दर्ज करवाने में मदद की और जांच का काम पुलिस का है सुप्रीम कोर्ट ने महिला पहलवानों से हाई कोर्ट जाने के लिए कहा है ए आई टी वाई चंद्रचूर ने कहा कि हम इस वक्त कार्यवाही बंद कर रहे हैं इस पर पहलवानों ने भी कोई आपत्ति नहीं जताई उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपना काम किया है हमें इस फैसले से हैरानी नहीं हुई है
पहलवानों के धरने पर ओलंपिक ढंग नाराज कहा यह अनुशासनहीनता है बचाव में साक्षी मलिक ने सुनाई खरी-खोटी-
पहलवानों ने अब तक कार्यवाही ना होने पर सवाल उठाए हैं इस बीच आईओए ने पहलवान नो के धरने पर नाराजगी जताई है और कहा है सड़कों पर जाने के बजाय पर हमारे पास आ सकते थे वही आईओए की नाराजगी पर पहलवानों साक्षी मलिक मलिक बचाव में उतरी ।
आईओए के अध्यक्ष पीटी उषा ने कहा है कि पहलवानों का विरोध खेल के लिए अच्छा नहीं है यह अनुशासनहीनता है उन्होंने कहा कि भारतीय ओलंपिक संघ में 29 उत्पीड़न के लिए एक समिति है सड़कों पर जाने के बजाय वे पहले हमारे पास आ सकती थी लेकिन वह आयु में नहीं आए यह खेलों के लिए अच्छा नहीं है उनमें कुछ अनुशासन भी होना चाहिए पहलवानों की हड़ताल खत्म खेल मंत्री के आश्वासन के बाद लिया फैसला भारतीय ओलंपिक संघ ने डब्लू एमआई अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों की जांच के लिए सात सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है ।
आज की सुर्खियां 29 मई दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन प्रदर्शनकारी पहलवानों के खिलाफ दर्ज की एफ आई आर दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पहलवानों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की है पुलिस ने उन पर दंगा करने गैरकानूनी अंबाला पुलिस के काम में बाधा डालने जैसी धाराएं लगाइए कल जंतर मंतर पर हिरासत में लिए गए थे जब वे नई संसद की ओर बढ़ रहे थे दिल्ली पुलिस का कहना है कि बिना इजाजत के पैमान ने निकाली थी मार्च इसलिए डिटेन किया गया।
जब से इस देश मे बीजेपी का शासन आया है कोई भी हड़ताल अथवा किसी भी प्रकार धमकी हो वह फैल हुई ,तोड़मरोड़ कर फैल कर दिया जाता है । पहलवानों का भी ऐसा होगा ।
टूस्ट "माँ आदिशक्ति दर० धार्मिक एवं परमार्थ "टूस्ट टीलाजमालपुरा भोपाल का भी ऐसा ही प्रकरण म०प्र ० के अधीन वर्षो से विचारा-
धीन है ।म०प्र० सरकार और केन्द्रीय सरकार पर यह आरोप है कि इन्होने मान०राष्ट्रपति व राज्य-
पाल और वरिष्ठ उच्चाधिकारियों के आदेशो की अव्हेलना की है ः
टूस्ट की मांग को 2019 का,से आज तक निराकरण नही किया है।
आज तक की सभी प्रकार की
की गई हड़तालो की मांग पूरी नही की है । इनका अदनधा् कार्यकर्ता पार्षद भी टूस्ट की अव्हेलना कर रहा है । टीलाजमालपुरा क्षेत्र के निवासियों का मन बदल रहा है अतः टूस्ट की मांग पूरी नही हुई है ?
इसका जबाव दिया जावे ।
इन सभी हड़तालों मे कोई ना कोई एक ऐसा व्यक्ति होता है जो दबंग के साथ-साथ चापलूसी का काम करता है और दलाली करता है सब जानते दलाल का काम कैसा होता है ।
पहलवानो की मांग पूरी होगी कि नही किंतु उनका समापन तो हो गया अब उनके पास अब समय नही है जोश भी ठण्ड़ा हो चुका है ।
इन हड़तालों से कुछ नही होने वाला है । बस समय को टाल देना सरकार का उद्देश्य है और प्रकृति का भी यही नियम है कि " कुछ नही हो रहा है ,कुछ नही कर सकते हो शांत हो जाओ समय पर छोड़ दो "
ऐसा ही हड़तालों पर , मांग करने पर वर्तमान सरकार ने कुछ नही किया हमारी टूस्ट के अध्यक्ष के साथ हुआ उन्होने भी केन्द्र सरकार
व म०प्र० सरकार को रजिस्ट्री द्वारा
लिखकर भेजा है कि उनकी मांगो की पूर्ति नही की ग ई तो वे सरकार
से प्राप्त प्रमाणपत्रों को वापिस ले ले । 2-3 साल तो हो गये है और अभी तक कोई कार्यवही नही की
ग ई है अब उन सभी प्रमाणपत्रो श्रीमान कलेक्टर जिला भोपाल के कार्यलय के समक्ष आग लगा दी जावेगी चूंकि मुझ मे पहलवानों जेसी शक्ति नही है और ना तो मै काग्रेसी हूं ना बीजेपी और ना आप पार्टी का पक्षदार हूं । मै तो सत्य का पुजारी हूं । जो अच्छा काम करेगा उसके साथ हूं । वर्तमान सरकार देश और अपनी पार्टी के लिऐ अच्छा काम कर रही है किंतु विपक्ष को नेस्तानाबूद करना अच्छी बात नही है । इस सरकार ने आजतक बिना स्वार्थ के किसी के भी व्यक्तिगत काम नही किऐ है तो मेरा क्या करेगे । मेरे सत्य के सामने अच्छे अच्छे लोग फैल हुए है मै जहां से चला था वही पर आज भी खड़ा हूं । मेरे सत्य पर जिसने भी चोट पहुचाने की कोशिश की है वे सभी हार मान लिऐ और दुनिया को
अलविदा कहकर चले गये है ।
मुझे नेता-अधिकारीयो से कोई दुश्मनी नही है किंतु उनके काले कामो से दुश्मनी है ।जिसका कारण मै पहले भी प्रस्तुत कर चुका माफ कर चुका है ।मुझे सरकार से कोई मान्यता और अनुदान और कार्यालय हेतु भूमिस्थल नही चाहिए । मै स्वंम सक्षम हूं 20 सालो से मै अपने स्तर से आमजनों को जनहित निशुल्क सेवाऐ प्रदान कर रहा हूं और करते रहूगां किन्तु इसका मतलब यह नही है कि इन अधिकारियों के साथ साथ नेताओ ने जो तकलीफ पहुचाई है, उन्हे नही छोड़ने वाला हू ।
संस्थापक-संपादक-काउसंलर
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