"ऊगता सूरज और डूबता सूरज का नजारा..."श्रीरामधुन"

मन की बात मन मे रह गई और उगते सूरज और  डूबते सूरज का नजारा आपको बीते जीवन की  याद दिला रहा है । जो आपकी की ग ई गलतियो को सुधारने का अवसर दिखा रही है कि अभी भी आपके पास कुछ समय बचा है अपनी गलतियो के लिऐ क्षमायाचना करने के लिऐ ।
     समय बीतता जा रहा है और धीरे धीरे,चुपके चुपकै झरोकै की झिरियों मे मौत का साया दिखाई देने लगा है और ऐहसास होने लगा है कि जीवन की बिदाई का समय आ रहा है ।
     इस जीवन की गलियों मे ना जाने कितनी यादे छुपी हुई है वे भी
याद आने लगी है । बरसात के समय मे पानी मे बार बार भीगना और गपनी खेल खेलना अनायास याद आना बीते दिनो का खेल याद आना जो जीवन का महत्त्वपूर्ण हिस्से से कम नही है । गपनी खेल इस प्रकार का होता था - इस खेल मे एक नुकीली लकड़ी होती है जिसे हमे जोर से जमीन गपाना गाड़ना पड़ता है । यह प्रक्रिया हमे बार बार करना पड़ता है और आगे
बढ़ते रहना है । जहां पर लकड़ी नही गढ़ा पाते थे वही हार जाते थे और  हमे एक पैर से लगड़ते हुऐ ,जहां से शुरू हुऐ थे वापिस लौटना पड़ता था । फिर दूसरे को मौका मिलता था। फिर तीसरे को ,चौथे और आखिरी खिलाड़ी को और खेल समाप्त । 
     इस खेल का आशय् यह है कि हमे बार बार प्रयास करते रहना चाहिए । ऐसे अनेको खेल है जो हमे कुछ ना कुछ शिक्षा जरुर देती है लेकिन आज कल के खेलो से हमे कोई शिक्षा नही मिलती है बल्कि मेडिल लेने और देश की शान बढ़ाने के काम आते है । 
     21वी शदि ने और भी ज्यादा प्रोगेस किया है वो है मौबाइल गेम ।
इससे आज के बच्चो को सभी प्रकार के गेम और आवश्यक जानकारियां मिल रही है ।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
लेखक-आलोचक

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