"आज मै सिर उठा कर जी सकता हूँ! "श्रीरामधुन"

 आज मै सिर उठा कर जी सकता हूँ  चूंकि मैने नियमविरुद्ध कोई काम किया ही नही और जो कुछ भी किया उसकी सीमा का उलाघन  नही किया । इतिहास ही
इस बात गवाह है । मै थह भी मानता हूं कि इतिहास हमेशा सच नही बोलता है उसमे भी झूठ छुपा रहता है जो हर किसी को दिखता नही है । यही कारण है कि मैने अपने ब्लागपोस्ट मे इतिहास और ज्योषिष के बारे मे लगभग दो बर्षो से लिख रहा हूं जिसे पढ़ने के लिऐ किसी के पास समय नही है । लेकिन जिसने भी पढ़े हे उन सबको अच्छा फल मिला है उनके सब काम हो रहे है और जिन्होने पढ़कर 
फिर नही पढ़ा है वे इस समय परेशान है । नियम से पढ़ेंगे तो लाभ अवश्य मिलेगा । मेरे ब्लॉग मे आपको सभी चिजे और आवश्यक
चीजे मिलेगीं ।
          मेरे ब्लागपोस्ट पर वे सभी चीजे मिलेगी जो हर व्यक्ति की जरुरत है ।  मेरे ब्लाग  किसी भी
व्यक्ति विशेष के लिऐ नही है अपितु
सभी वर्गो के लिऐ उपयोगी है । उसे
हर कोई पढ़कर उसका फायदा उठा
सकता है ।
       इंसान की पहचान उसके कर्मो से होती है । मेरी पहचान भी मेरे कर्म ही है जिसे मै कई महसूस कर घुका हूं । मैने दूसरो को लाभ पहुचाने के लिऐ हर वे काम भी किऐ है जो नही करने नही चाहिए थै । आज वे ही कर्म मुझे रास्ता दिखला रहे है । आज मै किसी से
नही डरता हूं बल्कि लोग  डरते है । मै किसी की भी आँख से आँख मिलाकर बात कर सकता हूं । डरता वही है जो बुरे कर्म करता है ।
      ना तो मै सरकार से डरता हूं और ना ही किसी बाहूवली से डरता हूं तथा ना ही किसी सरकारी अफसर से डरता हूं बस डरता हूं तो
बुरे कर्मो से । कई बार मोत के मुंह से निकल कर आया हूं उस समय डर नही लगा तो अब क्या लगेगा ।
गै अपने अनुभव व योग्यता के अधार पर लोगो को सलाह देता हूं,
काउसंलिंग करता हूं और भविष्य बतलाता हूं । जब बतलाता हूं उस समय मैने भहसूस किया है कि मै जो कुछ भी बोलता हूं वही सत्य होता है । जिसकी भी जो भी समस्या है या होती हे उसका निदान भी उसी व्यक्ति के पास है उसी को उपाय भी करना है तभी उसकी समस्या हल होगी । उपाय करोगे तो फल मिलेगा अन्यधा नही । मेरे पास कोई जादू की छड़ी नही है  और ना ही जादूगर हूं। मै सदैव कर्म
करना सिखलाता हूं । अच्छे कर्म करोगे तो फल अच्छा ही मिलेगा ।
तभी तो आप सिर उठाकर जी सकते हो ,चल सकते है ,बात कर सकते हो वो भी आँखौ मे आंँख डालकर ।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
लेखक-आलोचक





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