अजब सरकार गजब सरकारी अफसर

अजब की सरकार के गजब सरकारी अफसार तारीफैकाबिल !
      सरकार और सरकारी अफसरो
के कारनामे आऐ दिनो हम सुनते और देखते रहते है साथ ही साथ इनके बारे मे लिखतै रहते है । किंतु
इनके उपर कुछ भी असर नही पड़ता है बिलकुल वैसे जैसे उलटे घड़े के उपर पानी डालने के बारे मे
होता है । अफसर ही सरकार चलाते है बाकी नेता और पार्टी के लोग आते-जाते है । 
हमारे देश मे ना तो माननीय राष्ट्रपति महोदय और ना ही मान० राज्यपाल जी का महत्व है ।
महत्व है तो सरकारी अफसरो का जो आमजनता की अपील पर कोई
कार्यवाही नही करता है और ना ही करने देता है । और ना ही उनके सामने प्रस्तुत करते है ,ना ही उनसे वस्तुस्थिति से अवगत कराते है । ऐसा लगता है कि सरकार ने उन्हे अधिकृत कर दिया है । यदि ऐसा है तो सरकार की यह गलती है ।
     ऐसे सरकारी अफसरो पर नकेल डालने का उपाय  संविधान के भी पास नही है क्या ?
ऐसे मे हमारे देश की जनता ही इनको सबब सिखलाऐगी । चूंकि प्रशासनिक अधिकारीयो को कोई ना व्यक्ति उच्चतम शिखर पर बैठा हुआ है जो उनका गाँडफादर है जो उन्है सपोर्ट करता है वर्ना इनकी अवकात है क्या । एक गरीब परिवार के लोगो की इतनी हिम्मत कभी नही होती ।समय का बदलाव ही इनको ठीक करेगा ।इस सरकार से अच्छी सरकार पहले की सरकार थी जो एक जनप्रतिनिधि के लिखे हुऐ एक रद्दी के पेपर पर कार्यवाही करती थी और आज की सरकार 100/-के स्टाम्प पेपर पर लिखे अपीलीय आवेदन-पत्र कोई कार्यवाही नही करती है । क्या इसी का नाम प्रजातंत्र है ? अंधविश्वास से उभर नही पा रहे थे कि फिरसे  उसी तरफ ढकेलना का आशय् क्या  ? ऐसे ऐसे बड़े बड़े कारनामो के बीच बीच मे अच्छे कार्यों का प्रदशन के क्या मंशा  है ? देश आगे बढ़ रहा है या पिछे की ओर जा रहा है ?  ये सारी स्थितियो का खुलासा करने दायित्व भी सरकार पर है ।
स्थिति स्पष्ट करे । एक गुनाहगार को सजा देने के लिऐ कार्यवाही  होनी चाहिये ना कि पूरे परिवार वालो के मकान मे बुल्डोजर चला कर दहस्त फैलाने का कार्य करना चाहिए ?  इसी प्रकार से विपक्षीयो
के उपर कार्यवाही की जा रही है क्या इनकी पार्टी के सभी लोग ईमानदार है ? 
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
लेखक-आलोचक-काउसंलर


 

Comments

Popular posts from this blog

दिलिप बिल्डकाँन के कर्मचारी अर्पित कुंवर का निधन !

28 जून 2024-श्रृध्दाजली दिवस !

आज के इतिहास मे 16 जून 2024 का विशेष महत्व !