आज तक काला इतिहास-जून2024!

आज तक का काला इतिहास मे  जून का विशेष तथा अमरवाणी का महत्व बतला रहे है साथ ही कुछ प्रकरणो पर प्रकाश डाल रहे है -
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
       आज का काला इतिहास हमेशा याद रहेगा । मै ब्लाँगपोस्ट फैसबुक  पर वर्षो से इतिहास के बारे मे लिखकर पोस्ट कर रहा हूं किन्तु कुछ दिनो से नही लिख पा रहा हूं चूंकि मेरे पुत्र अर्पित कुवंर का देहांत 16-06-2024 को हो गया है जिसकी तेरहवी 26-06- 2024 को होना तय हुआ है । उसके बाद दरबार भी लगेगा और यथावत सभी कार्य फिर से चालू होगा। फैसबुक मे पोस्ट भी नियमित रुप से शुरु होगा ।
कुछ भूली बिसरी बाते  जो इतिहास बन गई -
* 10 जून 1982 को अर्पित कुंवर का जन्म बिल्हा बिलासपुर (छ०ग०) मे हुआ और पूरी शिक्षा भोपाल मे हुई। 
* अपनी मनपसंद से शादी की जो उसे रास नही आई । विछोह की स्थिति मे घर का रहा ना घाट का ।
* दो बच्चीयां है जिनको आश्रय की आवश्यकता है । दादा-दादी तो तैय्यार है ? किन्तु जातिगत समस्या के चलते थोड़ी दिक्कत आ सकती है उनकी तरफ से ।
* दादा-दादी ने जब उनके माँ-बाप को पढ़ाया है तो दोनो बच्चीयो को भी पढ़ा सकते है ।
* लव मैरिज तो कर ली लेकिन उसका अंजाम के बारे कुछ नही सोचा । जातिवाद के कारण अभी तक दो परिवार एक नही हो पाऐ है
* शादी के बाद अलग रहने लगे । हाई-फाई स्तर मैंन्टेन करने  लगे फिर माँ-बाप को भूल गये किन्तु माँ-बाप ने कभी नही भूला और उनकी सहायता करते रहे और सब कुछ दिया फिर भी साथ नही रहे और अलग अलग हो गये ।
* अर्पित पहले पीपुल्स मे बाद मे दिलिप बिल्डकाँन मे कार्यरत रहा।
*4-5 साल बाद अर्पित ने बहुत कष्ट सहे और अंत मे अंतिम जन्म दिवस 10 जून नही मना पाऐ। गमगीन हालत मे 16 जून को उसने अपना जीवन समाप्त लिया ।
* अर्पित के बच्चे अभी भी माँ के साथ रह रहे है । 28 जून 2024 को तेरहवी है । माँ-बाप की भी स्थिति ठीक नही है ।
* कुदरत का करिश्मा
       सब कुछ समय पर छोड़ते हुए  सभी लोगो को गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन निम्न सलाह दे रहे है जो
अमरवाणी है :-
* कुल मिलाकर एक छोटी सी भूल की इतनी बड़ी सजा ?
* भगवान की मर्जी के आगे कुछ भी नही चलता है इंसान किंमकर्तव्यविमूड़ हो जाता है ।
* पति हमेशा हरदशा मे पत्नी से प्यार करता है कितु पत्नी हमेशा बेवफाई करती है यह सर्वे रिपोर्ट बतलाती है ।
* इस  दुनिया मे प्यार करके उसके लिऐ जान देने का एक चलन कुछ ज्यादा ही चल रहा है इस पर रोक लगना चाहिए नही तो भारत मे आदमियों की संख्या कम हो जाऐगी ।
* प्यार करना और निभाना ? क्या मर्द के लिऐ है औरतो के लिऐ 
नही ?  मर्द मे ही हिम्मत होती है जबकि सारा दोष औरतो का ही पाया जाता है ? 
* जो औरत अपने प्यार की शुरुआत लोभ-लालच और झूठ से
शुरु करती है वह अपने पति के  साथ विश्वासघात् करती है और ज्यादा दिन नही निभा पाती है ।
* जो माँ-बाप का नही वह किसी का भी नही हो सकता चाहे वह मर्द हो या औरत ।
* जो भी माँ-बाप का दिल दुखा कर
शादी करते है उनका जीवन बड़ा ही कष्टदायक बीतता है ।
* जब तक पिता है ,तब तक बच्चो
का जीवन आसान होता है ।
* माता-पिता पर उतना ही विश्वास
रखो जितना बीमारी के समय दवाओ पर रखते हो ।
* आपके साथ रहने वाले वृध्दजन
आप पर ही आश्रित है उनकी देख-
रेख सही ढ़ग से करे ।
* बुध्द ने राजपाठ छोड़ा महल शांति की तलाश मे । हम शांति का त्याग कर रह रहे है महल की तलाश मे ।
* हारता वही है जो बार बार शिका-
यते,आलोचना करता है,जीतता वही है जो हजार बार कोशिश करता है ।

गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
लेखक-आलोचक-काउंसलर


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