खाली स्थान भरने का समय आ गया है !
खाली स्थान भरने का समय आ गया है । इस खाली स्थान भरने का
एक समय होता जो प्रकृति हमसे करवाती है । हम ना चाहते हुऐ भी उस पर अमल नही कर पाते है । चूंकि कार्य करने या ना करने की शक्ति हमारे अंदर मौजूद होने के वावजूद भी हम कुछ नही कर पाते है यही प्रकृति ने नीहित कर रखा है
जिसे हम उपर वाले की शक्ति कहते
इसी खाली स्थान को ब्लैक
स्पेश ,ब्लैंक होल आदि आदि के नाम से भी जानते है,कह सकते है।
यह एक प्रकार से पूरे ब्राह्मांड, प्रकृति से संबंधित है । पूरे ब्राह्मांड मे खाली स्थान कही पर भी नही है । यदि संतुलन बिगड़ जाऐ तो सब कुछ उल्टापुल्टा हो जाऐगा इसलिए
इस ब्लैंक प्रक्रिया स्वचलित होते रहती है जिसके बारे मे कोई भी ब्लेक होल,ब्लेंक स्पेश,खाली स्थान
के बारे मे सही आंकलन नही करते है । खाली स्थान की प्रक्रिया स्व- चलित है जेसे हमारे शरीर मे भी यह विद्ममान है । इंसान मे भी अच्छाई-बुराई चीजो का बैलेंस चलते रहता है जो कम ज्यादा होते रहता है जैसे कहा जाता है कि -" कही पर भी बैठने से पहले जगह साफ करके ही बैठना चाहिए ।" इसके पीछे छुपा तथ्य यह है कि इस स्थान मे पहले व्यक्ति ने एक अच्छी या बुरी चीज बैलेस बनाने के लिऐ छोड़ गया वह बैठने वाले पर उसका प्रभाव पड़ता है । "
इसी प्रकार हर वस्तुओं पर प्रभाव देखा गया है । इस दुनिया मे मे खाली स्पेस कही पर नही है बस प्लस- माईनस चलते रहता है और
इसी के बैलेंस से दुनिया की हर चीज चल रही है । मानो तो सब कुछ है नही मानो तो तर्क-वितर्क
मे समय भी व्यतीत किया जा सकता है किन्तु यह सत्य है कि -
"पूरे ब्राह्मांड मे खाली जगह कही पर भी नही है ,बैलैस से ही एक - दूसरे को संभाले हुऐ दुनिया चल रही है ।"
लेखक-आलोचक-काउंसलर
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