लेखक की लेखनी को अजमाना हो तो और अजमा लो ........"श्रीरामधुन"

लेखक  के लेख एक पत्थर पर खीचीं ग ई लकीर के समान होते है
उसे अजमाने की भूल ना करे "
      चूंकि लेखक दिल से लिखते है, दिल से लिखी बाते सही और सटीक होती है । लेखक-आलोचक
काउसंलर श्रीरामधुन ने अपने लेखो मे जो भी आज तक लिखा है वो सभी के सभी सत्य साबित हुई है ।
पढ़ते रहे उनके लेख -
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
लेखक-आलोचक-काउसंलर

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