समय किसी के पास नही,जरुरत से ज्यादा है फिर भी.....!

"दुनियाभर के लोगो का कथन है कि उनके पास समय नही है जबकि हकीकत यह है कि उनके पास समय ही समय है " !
समय को किल कर रहे है और उसे भी परिवर्तन की ओर भेज रहे है ।
ज्योतिर्विद "अंकशास्त्री"
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
संपादक-संस्थापक-अध्यक्ष-
काउंसलर-इतिहासकार-सलाहकार
     21 वी शदि का समय अपना इतिहास रचता हुआ आगे बढ़ रहा है 22 शदि की ओर । 22वी शदि मे सब कुछ उलट -पुलटा हो जाऐगा।   " अब वो दिन दूर नही है जब रात दिन मे तो दिन रात मे बदल जाऐगा अर्थात सभी कार्यो मे बदलाव आ जाऐगा । साथ ही साथ यह भी हो जाऐगा कि  समय का महत्व ही समाप्त हो जाऐगा और लोगो की दिनचर्या मे भी बदलाव आऐगा । कोई भी नियमो का पालन नही होगा । जब जैसा समय मिलेगा काम कर सकते है । 24 घण्टे मे रात दिन नही होगे । 12 माह  भी समाप्त हो जाऐगा । इंसान ही अपना टाईमटेबिल बनाऐगा उसी के अनुसार सब कार्य किया जाऐगा। समय का अदान-प्रदान होते रहेगा । समय की कीमत बढ़ जाऐगी । उस समय एक एक पल की कीमत इंसान को चुकानी होगी।
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन
लेखक- आलोचक- काउसंलर

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