इतने लेख लिखकर क्या करोगे ?
गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन इतने लेख लिखकर आखिरकार क्या करोगे जबकि आप 70 पार गये हो, मौत की दहलीज पर खड़े हो फिर भी यह लिखने-पढ़ने की आदत नही गई । जब आपकी बाते आपके ही घर वाले ही नही मानते है तो ऐसा लेखन का लाभ क्या होगा ? जब आपके ही मोहल्ले वाले, आसपड़ोस मे रहने वाले आपका कहना नही मान रहे और ना ही किसी प्रकार के सहयोग कर रहे है फिरभी आप जनहित निशुल्क कार्यो मे अपना समय क्यो बरबाद कर रहे है ? आपने अपने टूस्ट के बारे मे केन्द्र सरकार और म०प्र० सरकार को प्रेषित आवेदन पत्रो पर जब कोई कार्यवाही नही हो रही है तो भी आप इतनी मेहनत समाज सेवा क्यो कर रहे है ? रोजाना गूगल के इंटरनेट मे लिखकर आखिरकार पोस्ट क्यो करते हो ? जबकि इसका भी कोई अच्छी प्रतिक्रिया नही हो रही है ? ना फैस- बुक,ना गूगल ना व्हाट्सएप ना ही ब्लागपोस्ट ना ही व्लागरपोस्ट डालने से अभी तक कोई रिस्पाँस मिल रहा है जबकि आपके मिलने वाले लोग 4350 के आसपास है फिर भी वे आपको पसंद नही करते है फिरभी आप इतना ज्यादा क्यो लिख रहे है ? लिखते-लिखते आपके हाथ मे दर्द बढ़ते जा रहा है ,आपको लेख लिखने मे जब इतनी परेशानी हो रही है तो आप लिखते क्यो हो