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Showing posts from March, 2022

आज का इतिहास मे नये आवाम

भारत का संविधान मे दिनोदिन नये नये नियम बनाए जा रहे है और ये वे  नियम है जो सांसद मे नही पास हो रहे बल्कि माननीय न्यायालय द्वारा प्रदान किए जा रहे है । ये सभी फैसले अपना इतिहास रचते हुए सरकार की नाकामी सिध्द कर रही है  । इन इतिहासिक फैसलो मे वहा की सरकार और सरकारी कर्मचारियों की लचर व्यवस्था को अप्रत्यक्ष रुप से प्रदर्शित करती है । इतिहासिक फैसला :- (1) आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट का फैसला एक इतिहासिक फैसले के अंश - आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने गुरुवार को एक 8 आईएएस अधिकारियों के खिलाफ अदालत की अवमानना के मामले में सजा सुनाई है कोर्ट ने उन्हें 2 सप्ताह के लिए जेल भेजने का आदेश दिया था आदेश के बाद माफी मांगने पर कोर्ट ने नरमी दिखाते हुए अपने फैसले को संशोधित किया अदालत ने सभी आईएएस अधिकारियों को एक साथ मिलकर कल्याणकारी अस्पतालों में समाज सेवा करने के निर्देश दिए हैं । फैसला व निर्णय अति उत्तम है । अब प्रशन्न उठता है कि क्या ऐसा ही म०प्र० मे चलित मान० न्यायालय ऐसे फैसले क्यो नही लेते है ? आज "विशेष न्यायालय इंदोर" मे विजयवर्गीय, मेदोला सहित अन्य पर कार्यवाही की मांग पर "पेशंन घ

01 अप्रैल "विश्व मूर्ख दिवस"

    आज 01 अप्रेल को सारे विश्व मे अप्रेल फूल दिवस अर्थात मूर्ख दिवस  मनाया जाता है ।आज के दिन कोई अच्छी या बुरी घटना घटित होती है तो सबसे पहले हर किसी इंसान के मुंह से यही निकलता है कि - "क्यो बेबकूफ बना रहे हो,आज कोई 01 अप्रेल भी नही है" ?  दूसरी बात यह होती है कि - मूर्ख बना रहे हो जबकि आज कोई 01 अप्रैल भी नही है । तीसरी बात यह है कि आज के किसी घर मे खुशी या गुम हो तो उसको साबित करने के लिए प्रमाण देने पड़ते है । चौथी बात यह है कि - आज के दिन सूर्य और राहू की युति होने के कारण अशुभ लक्षण होने का संकेत देता है । अत: आज का दिन अशुभ है तभी तौ मूर्ख दिवस के रुप से मनाने चलन हे ।     इस मूर्ख दिवस का प्रचलन वाली घटना कुछ इसप्रकार से है कि जब इंग्लैंड नरेश रिचर्ड  व्दितीय और बोहिनिया की रानी ऐनी ने अपनी सगाई का ऐलान 01 अप्रैल के स्थान 32 मार्च 1381 को होगी ,ऐसा ऐलान कर दिया । उसी समय से उसी दिन से 01 अप्रेल  को मूर्ख बनाने वाला दिन माना जाने लगा जो अभी तक मनाया जा रहा है । गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन

"आज-कल के बारे मे जाने"31 मार्च

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आज-कल के बारे मे जानने के लिऐ पढ़ते रहे,मिलते रहे,सर्च करते रहे -- Shriramdhuncom. बतला रहे है गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन जो एक धार्मिक व सामाजिक टूस्ट के अध्यक्ष, संस्थापक, काउसंलर के साथ प्रकाशित समाचार-पत्र-पत्रीका के संपादक के अलावा ज्योतिर्विद  तथा लेखक-आलोचक भी है । आज-कल की तारीको  का महत्व का इतिहास भरा पड़ा है । इतिहास हमे हमेशाभूतकाल की बातो से अवगत कराता हे । इस भूतकाल का उपयोग मात्र ज्ञान बढ़ाने के लिऐ ही काम आता है जिसके लिऐ कोई भी इंसान एक सबक ही ले सकता है  ,याद ही कर सकता है और लोगो को बतला सकता है ,बस इसके अलावा कुछ नही कर सकता है ।     अतः ऐसी स्थति मे मात्र आज-कल ही के बारे मे सोचे समझे और करे तो बेहत्तर होगा । दिनांक -30 मार्च दिन - बुधवार  विक्रम संवत- 2078 सूर्य उत्तरायन शिशिर ऋतु -  हिजरी सन -1443 बंगला सन् 1428 रा.शकस. 1943/44 शुभ मुहुर्त -  विवाह - इस मास नही है । नामकरण -दि० 14'21,28,30 . मुख्य जंयती- शिव चतुर्दशी  दिवस -  माह के वृत,त्योहार-शिव चतुर्दशी  राशीफल  मेष - जमीन,जायदाद मे लाभ । वृष - कार्य मे यश प्राप्ती । मिथुन -अचानक लाभ । कर्क -वाहन कष्ट । सिंह

28 मार्च का दिन" माँ कर्मा जयंती" एम्बुलेंस सेवा दिवस "

 28 मार्च 2022 को भारत मे माँ कर्मा दिवस है । आज यह जंयती एक विशेष वर्ग के लोगो द्वारा मनाऐ जाने वाली जयंती है ।     28 तारीख 1866 मे पहली बार एम्बुलेंस सेवा शुरू की गई थी । यह सेवा सीरियस मरीजों को अस्पताल तक पहुचाने के लिऐ बनाई गई थी । इस एम्बुलेंस मे सभी प्रकार  की आवश्यक समाग्रियों से अस्पताल तक पहुंचाने के लिए लेटने-बेठने के साथ साथ फस्ट एण्ड बाँक्स ,आँक्सीजन सिलेण्डर, दवाओं के साथ साथ एक डॉक्टर व नर्स के होने बाबत काँलिंग सेवा मुहैया करने संबंधित प्रक्रिया की शुरुआत की गई थी ।    टूस्ट "माँ आदिशक्ति दर० थार्मिक एवं परमार्थ टूस्ट"भोपाल द्वारा एम्बुलेंस सेवा नि:शुल्क सेवाओं के अंतर्गत चलाई जा रही । टूस्ट धार्मिक एवं सामाजिक टूस्ट है जो गांधी-मोदी विचारक है । गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन ।

27 मार्च का खास सार-समाचार ।"आज वर्ल्ड थिएटर डे "

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    वर्तमान समय में सार-समाचार, त्वरित सेवा के अंतर्गत आ गई है नही तो मोबाइल क्रांति आने से पहले हमे दुनियाभर के खबरे तुरन्त नही मिल पाती थी । न ई खबरे हमारे पास पहुचते पहचते 6 से12 घंटे तक लग जाते थे । न्यूज से समाचारपत्रों तक से होता हुआ समाचार हमे बहुत देरी से प्राप्त होता था फिर भी हम उसका इंतजार करते रहते थे ।रोजाना चाय के साथ चाय पीना,शान समझते थे।    इस परिवर्तन युग मे मोबाइलों और न्यूज चैनलों से तुंरत आँखो देखे समाचार मिल जाते है ।    आज गूगल के युग मे लाईब्रैरी का भी महत्व कम हो गया है । हर प्रकार की जानकारी आपको गूगल पर प्राप्त हो जाती है । ये सभी बाते अपनै आप आश्चर्यजनक है । किंतु आने वाले समय मे यह नही रहेगा और न ई क्रांति प्रणाली आ जाऐगी तब गूगल का क्या होगा । न ई टेक्नोलॉजी का इंतेजार होगा और वह आएगी ही किन्तु पुरानी टेक्नोलॉजी को मात नही दे पाएगी जैसे आज भी लाईब्रैरी मे लोग समाचार पत्र पढ़ने का आनन्द उठाते पाए जाते हे ।इसी वजय से हम इतिहास को हमेशा याद रखते है और लोगो को जागरूक बनाने की कोशिश करते रहते है । आ आज 27 मार्च  के  बारे मे :-    27 मार्च1668 मे ईस्ट

आज 26 मार्च एतिहासिक दिवस

     आज 26 मार्च एक ऐतिहासिक रूप से अपने आपको सिध्द करते हुए जनकल्याणकारी दिवस के रूप मंनाया जाता है । ऐसा मानना व कथन है   गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन जी का । आज की भविष्यवाणी सम्पूर्ण जगत मे रहने वाले लोगो के लिऐ हे ।इस प्रकार की भविष्यवाणी करने वाले पहले व्यक्ति है जो सबको एक समान समझते है । इसका लाभ सभी प्राणी जगत मे रहने वाले आम मानव के लिऐ है । सभी राशियों, अको,  टेरोकार्ड राशीयो पर सटीक बैठता है।    " आज का न्याय दिलाने वाला दिन है । वर्षों से चल रहे विवादो पर सही निष्पक्ष न्याय मिलेगा जिसमे सत्य की जीत होगी ।" ***   इरानी सूफी संत और कवि श्री जनाब मंसूर अल- हल्लाज का निधन वर्ष 922 मे हुआ था । 26 तारीख 1971 मे पाकिस्तान के शेख मुजीबुर्रहमान ने पूर्वी देश बंगला देश को स्वतंत्र घोषित किया था । ****23 तारीख 1992 को वाँक्सिंग चैम्पियन माइकटाइसन को बलात्कार करने के जुर्म मे 10 वर्ष की सजा सुनाई गई थी ।  ***** आज 26 तारीख 1907 को महादेवी वर्मा का जन्म हुआ धा ।वे फरुखाबाद  की रहने वाली कवियत्री थी । लोगो ने यह भी जानना चाहा :-  (1) आप भविष्यवाणी करते है तो            राशीफल क्य

आज का सत्यवादी, आर्यवंश की सम्पादकीय :- श्री रामधुन

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    आज उ०प्र० की राजनीति मे नया मोड़ का आगमन ठीक 4.00 बजे होगा जब योगी जी दुबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेगे । पूरे शहर का वातावरण आज बदला हुआ नजर आ रहा है । यहां के लोगो मे नया जोश और भगवाकरण दिखाई दे रहा है । आज के इस आयोजन ः देश भर के दिग्गज लोगो को अमांतरण पत्र भेजा जा चुका है । आज भाजपा कार्यकर्ता का छोटे से छोटा कार्यकर्ता और बड़े से बड़े कार्यकर्ता के होनै, शामिल होने के अंदेशा है ।      इस आयोजन को दिखाने वाले टी वी चैनल का भी जमाव भी इसका मुख्य कारण है । सब कार्यकर्ता खुश है अथवा नही ? यह भी जानना जरुरी है । नाखुश कार्यकर्ता को मनाने और उनको महत्व देने पर ही सरकार का भविष्य टिका हुआ है । अत:योगीजी से अनुरोध है कि ऐसे कार्यकर्ताओं के सम्मान की व्यवस्था करे और आज के दिन अपनी भाषा मे नर्मता बरते । इस आयोजन मे जो भी शासन का खर्चा आएगा उसका दुगना खर्च आमजनो के लिए खर्च करना भी अति आवश्यक है ,इस बात का विशेष ध्यान रखा जावे । राजनीति मे जो भी चल रहा है उसे आमजनता भलिभांति समझती है खासतौर से बुध्दिजीवी वर्ग तो जानता ही है ।       आज सभी देशवासियों की तरफ से श्री योगीजी को दुबारा मुख्यमंत्

आज 25 मार्च"दासता समापन दिवस"

    भारतवर्ष मे प्रथाओं का चलन एक कानून की उपयोग किए जाता था और उसी के अनुसार नियम कानून बन कर देश विदेशों के अलावा देश के प्रदेशो व ,राज्यो तथा गांवो की पंचायतो मे प्रचलन था । उसी के अनुसार से सब कुछ चलता था । उस समय दासता प्रथा का प्रचलन बहुत ही जोरो से चल रही थी । यह प्रथा राजा महाराजाओं तथा नबाबों मे ज्यादा प्रचलित थी ।यहा तक कि शादी-विवाहो मे भी जो दहेज दिया जाता था उसमे भी दास-दासीयो को उपहार के रूप मे देने का चलन था । सेठ-साहूकारों मे भी यह प्रथा उधारी के लेन-देन मे पीढ़ी दर पीढ़ी चल रहा था ।     जैसे-जैसै भारतवर्ष का विकास होते गया । लोग पढ़कर समझदार होने लगे । तब धीरे-धीरे कुप्रथाओं का समापन हौने लगा । और इन कुप्रथाओं के स्थान पर कानून बनने लगे किन्तु अभी भी आदिवासी बाहुल क्षेत्रो मे अभी भी क ई प्रथाऐ.चल रही है ।तो कही कही दास प्रथा अपना चोला बदल कर अभी भी विद्यमान है जिसे हम चालू भाषा मे चमचे कह सकते है । इन चमचो को फालोवर्स भी कह सकते हे । इनही फाँलोवर्स के कारण काग्रेस पार्टी समाप्ति की कगार पर खड़ी है किंतु अपना मुखिया को नही छोड़ पा रही है और उनके ही गुनगान कर अपना तथा अपनी पा

विश्व तपेदिक दिवस बनाम लाँकडाउन

    विश्व तपेदिक दिवस 24 मार्च को मनाया जाता है । साथ ही साथ  भारत मे 24 मार्च 2020 को देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सम्पूर्ण भारत मे लाँक-डाउन लगाने का फैसला लिया था । लाँकडाउन का फैसला इसलिए लिया गया था कि उस समय पूरे विश्व मे कोरोना संक्रमण बीमारी बड़े जोरो से फैल रही थी । आज ही के दिन तक करीबन 500 लोग इसके चपेट मे आ चुके थे ।कोरोनाकाल की डायरी से आपको पल पल का विवरण विस्तार पूर्वक से मिलेगा जो गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन द्वारा लिखी गई ।पढ़ना ना भूले । कोरोना से पहले भी अनेको लाइलाज बिमारीया होती आई है ।।        क्षय रोग जिसे लोग टी वी रोग के नाम से भी जानते हे । इस रोग की दवा डॉक्टर राबर्ट फाँक ने  माईकोवैक्टीयम डुबरोक्लोसिस ने ईजाद कर उनके प्राणी की रक्षा की थी । पूरे विश्व मे तपेरिक रोग से वर्ष 2018 मे 10 मिलीयन लोग ग्रसित थे जिसमे से 1.05 लोगो की जाने चली गई थी ।      इस प्रकार से इतिहास मे दर्ज ये दोनो घटनाऐ  अपने आप मे पूरे विश्व के लिऐ बहुत बड़ी घटना है ।    टूस्ट "माँ आदिशक्ति दर०धार्मिक एवं परमार्थ टूस्ट भोपाल द्वारा उक्त संबंध मे एक संगोष्ठी का आयोजन किया जाना

"शहीद दिवस "23-0३-1931

दिनांक 23-03-1931 को हमारे देश मे "शहीद दिवस" के रूप मनाया जाता है । आज की ही तारीख मे भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु को फाँसी दी गई थी । शहीदे आजम भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव ने हंसते-हंसते भारत की आजादी के लिए 23 मार्च 1921 को 7:23 बजे साईं काल फांसी का फंदा घूमर इन शहीदों की पुण्यतिथि पर प्रतिवर्ष शहीद दिवस मनाया जाता है   आम लोग यह भी पूछते हैं कि शहीद दिवस और शहीदी दिवस में क्या अंतर है ।    दोनों में काफी अंतर है 30 जनवरी को महात्मा गांधी की हत्या हुई थी तो वही 23 मार्च 1921 को स्वतंत्र संग्राम सेनानी भगत सिंह राजगुरु और सुखदेव को फांसी दी गई थी इसलिए 23 मार्च को अमर शहीदों को की याद में अमर शहीद दिवस मनाया जाता है।   23  मार्च2022 को पंजाब सरकार ने अवकाश का ऐलान भी किया है । पजाब मे इस समय आप पार्टी जीत कर आई है और शहीदे आझम भगतसिंह के नाम को अपना आदर्श माना है ताकि वह अपनी सरकार को दिल्ली की तरह स्थाईत्व सरकार मे काबिज करने मे सफल हो सके ।बीजेपी की नाक के नीचे से व काग्रेंस से अपनी आप की सत्ता संभाली है और मोदी सरकार से मुकाबला कर शासन चला रही है । दोनो दिग्गज पार्टियों के

"अधोषित कर्फ्यू "

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  आज दिनांक 22-03-2022 को भोपाल म०प्र० की राजधानी मे रंगपंचमी के दिन लाँकडाउन कर्फ्यू जैसा नजारा देखने को मिला । ठीक इसी प्रकार से धूरेन्डी के दिन भी रहा जो हमे लाँकडाउन कर्फ्यू की याद दिलाते हुऐ बीता ।    हमारा भारत इस दिन को कभी ना भूलने और सदियो तक याद करने हेतु विवश हे । भारतीय नागरिक इन दो बातो को कभी नही भूल सकता । पहली बात है-जब देश मे आपातकाल  (इमेरजैंसी) लगाया गया था । और दूसरी बार लाँकडाउन कर्फ्यू लगाया गया था । आज उन्हीं दिनो की याद करते हुऐ दिन बीता । जब लेखक इस को समझ रहा है,लिख रहा है तो ऐसी सोच रखने वाले लोग भी सोच रहे होगें ।     आज की स्थिति यह बतलाती है कि वर्तमान समय में आमलोगो की स्थिति ठीक नही है । महगाई दिनोदिन बढ़ती जा रही है । काम धन्धो ठप्प पड़े हुऐ है । रोजगार नही मिल रहा है भ्रष्टाचारी, व्यभिचारी, मिलावटी प्रकरण ,घूसखोरी रुकने का नाम नही ले रही है । सरकार घोषणाएं कर रही है किंतु सरकारी अफसर अपनी आदतो से बाज नही आ रहे है । इसी वजय से सरकार धीरे धीरे प्रायवेटीकरण कर रही है । आज का सत्यवादी श्रीरामधुन का कथन को कोई नही झुठला सकता है चूंकि वे स्वयंं भुक्तभोगी और प्

"विश्व जल संरक्षण दिवस"

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आज 22 मार्च का दिवस का इतिहास हमें बतलाता है कि आजके ही दिन अनेकोनेक घटनाऐ घटित हुई थी ।अनेको लोगो ने जन्म लिऐ और अनेको लोगो की मृत्यु का वरण किया था । ऐसे महान लोगो से इतिहास भरा पड़ा है । देश-विदेशों मे क ई अभूतपूर्व निर्णय भी लिऐ गए थे ।    वर्तमान समय में भारत के अलावा प्राय: प्रायः सभी देशो मे जल संकट बढ़ते जा रहा है । इस जल संकंट को समाप्त करने  के लिऐ सभी देशो ने मिल कर आज का दिन 22 मार्च को विश्व जल संकंट दिवस मनाने का फैसला सर्वसम्मति से लिया ।     भारत ने जल संकट को देखते हुऐ अनेको उपाय किऐ । चूंकि भारत मे ही सबसे ज्यादा जल संकट है ।जल को इक्काठा करने के लिऐ सरकार ने अनेको योजनाएं बनाई । इसका मुख्य उद्धेश यह है कि ज्यादा से ज्यादा लोगो को साफ-सुथरा जल मिल सके ।दूषित जल से अनेको बीमारियों का जन्म होता है । पानी की आवश्यकता हमें उस समय महसूस होती है ,जब नलों में पानी खराब आने लगता है अथवा नलों की पाइप लाइन टूट जाती है और पानी 1 दिन भी नहीं आता है तो उनसे उस दिन हमें जल संकट सबसे बड़ा महसूस होता है। आज हम  पानी को दो ही रूप में देख रहे हैं - एक जब  सूखा पड़ता है और इसको लेकर देशभर

21 मार्च "विश्व वानिकी दिवस"

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   21 मार्च को "विश्व वानिकीय दिवस " मे मनाने का निर्णय यूरोपीय देश मे 23 बार यूरोपीय कृषि संगठन की बैठक मे लिया गया और लागू किया गया और उन्ही नियमो के अंतर्गत 21 मार्च को विश्व वानिकीय दिवस के रूप मे मनाया जाता है।      वर्तमान समय मै वनो की अवैध कटाई के कारण पेड़ो की संख्या दिनो-दिन कम होती जा रही है । सरकार इस पर सतर्कता तो बरत रही है और स्वंय भी क ई जगह सड़क तथा डेवलपमेंट करने के वह भी पेड़ो की कटाई से भी चूक नही रही है ।ऐसे मे नियमो का उलघंन आमजनो के साथ साथ सरकार भी दोषी है ।इसका मुख्य कारण यह है कि सरकारी अफसर और सरकारी कर्मचारियों की लापरवही भी है । ये भ्रष्ट अफसर थोड़े से लोभ लालच के कारण सरकार को गुमराह करते है और सही वस्तुस्थिति से अवगत नही कराते है ।    शहर हो गांव इन अफसरो के कारण वानिकीय आवंटित भूमि का सही इस्तेमाल नही किया जा रहा है जिसके कारण भूमाफिया इस पर कब्जा करते जा रहा है । बी डी ए भोपाल और हाउसिंग बोर्ड भोपाल म०प्र० भोपाल की राजधानी मे जहाँ म०प्र० शासन के बड़े-बडे नेता और अफसर रहते है वहा-पर खली पार्किंग के लिऐ जमीन छोड़ी गई है जो पर्यावरण (और इनवायरमेंट तथा

20 मार्च2013 से "विश्व प्रशन्नता दिवस" का आगमन दिवस ।

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आज 20 मार्च को विश्व "प्रशन्नता दिवस " के रूप मनाया जाता है । इसी के साथ साथ आज के ही दिन भारत मे गोरैया दिवस भी मनाया जाता है । जो पक्षियों के संरक्षण जागरूकता.के  लिऐ प्रख्यात है  ।  गौरैया एक चिडिय़ा का नाम है जो आमतौर पर घरो के सामने चहचाते पाई जाती है । इन पक्षियों की कमी हो जाने के कारण इनके संरक्षण के लिऐ भारत सरकार ने एक जागरुकता अभियान चलाकर  इस प्रजाति कीएक प्रकार से संरक्षण कर विलुप्त होने से बचाने में सफलता प्राप्त किया है और उसमे सफलता भी हासिल की है ।दूषित परयावरण के करण इनकी संख्याओं मे 60% ही शेष रह गई है । विश्व गोरैया दिवस वर्ष 2010 मनाया जाता है । आज भारत मे प्राय प्राय हर चोथे घर के सामने इन चिडिय़ो के सकोरे मे पानी ,दाना पानी रखा जाता है । कुछ सामाजिक संस्थाओं द्वारा अपने गांव अथवा शहर मे हर साल गर्मी के दिनो मे सकोरे मुफ्त मे भी बांटे जाते हे । यह हिन्दुओं के लिऐ बड़ा पुण्य कार्य माना जाता है ।टूस्ट माँ आदिशक्ति दर० धार्मिक एवं परमार्थ टूस्ट द्वारा यह पुण्य कार्य हर साल गर्मी के दिनो मे किया जाता है । भारत मे एक ही पक्षी है जो विलुफ्त हो गई है फिर रह पक्षी

नाम और काम पंसद, नापसंद ।

   पूरे विश्व मे विभिन् विभिन्न प्रकार के इंसान पाऐ जाते है । साथ ही साथ यह भी कहा जाता है कि पूरे विश्व में एक जैसे सात इंसान पाऐ जाते है । यह मात्र कहा जाता है किंतु देखने मे अभी  तक हकीकत सामने नही आई है । ऐसा भी कहा जाता है पढ़ा भी है और सुना भी है कि सद्दाम हुसैन ने अपने ही जैसे सात लोगो को इक्काठा कर रखा था । उन्हे अपने जेसा बनाने के लिऐ प्रशिक्षण भी दिया था ताकि उनका उपयोग कर अपनी जान बचा सके किंतु वह ऐसा ना कर पाया । इन बातो से स्पष्ट हो जाता है कि आम इंसान कुछ भी कर ले लेकिन अपने जैसै नही बना सकता है । हर इंसान सुंदर है तो सब एक जैसे नही है बल्कि एक से बढ़कर एक सुंदर है । सबकी बनावट,रंगरुप,नक्स अलग अलग मन- मोहक है ।ठीक इसके विपरीत बद्सूरती के बारे मे भी  कहा जाता है, माना जाता है और होते भी है ।    अब ऐसे लोगो को उनके काम से पहचाना जाता है । उनकी सूरत और सीरत से भी पहचाना जाता है । कुछ लोग इतने अछे होते हे कि उनसे बार बार मिलना चाहते हैं तो कुछ लोग ऐसे भी होते है जिनसे हम मिलना ही नही चाहते है । अर्थात उनके चेहरे के भाव से ऐसा होता हे ।    अब इंसानों की पहचान उनके रखे हुऐ नामो स

" स्वास्थ्य मिशन,रोगो से छुटकारा " श्रीरामधुनकाँम ...

 देश-विदेशों मे रहने वाले गरीब,मध्यम परिवार वाले  लोगो के लिऐ निशुल्क सेवाओं के अंतर्गत गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन ने इंटरनेट के माध्यम से ब्लाग व श्रीरामधुन काँम  shriramdhun com.  के द्वारा अनेकोनेक बिमारीया और उसके उपचार हेतु पूर्ण विस्तार से बतलाया है । बिमारीयो की नब्ज टटोलकर उसका उपचार भी बतलाया है । बिमारीयो का संबंध सीधा संबंध हस्तरेखा,ज्योतिष विज्ञान, अंक ज्योतिष, टेरोकार्ड, से जोड़कर प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी चिकित्सा, आयुर्वेद होम्योपैथी, एलोपैथिक चिकित्सा से जोड़कर,अध्ययन कर सस्ते से सस्ते ईलाज करवाने बाबत आमजनो का ध्यान आकर्षित करवाया हे ।और इस मिशन का नाम "स्वास्थ्य भारत निरोग भारत "दिया है । अभी तक के अध्ययन से सभी लोग गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन के बारे मे जान ही चुके है । "एक परिवार में एक सदस्य शरारिक तौर से बिमार होता है तो उसके परिवार वाले सभी मानसिक रूप से अपने आप बिमार हो जाते हैं।" स्वस्थ भारत निरोग भारत के अंतर्गत वर्तमान समय को देखते हुए आवश्यकता अनुसार आम जनों के स्वास्थ्य के बारे में अपना अनुभव देख के माध्यम से बतला रहे हैं । आमजन स्वस्थ और नि

चेतायन्न महाप्रभु की जयंती

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   विश्व प्रसिद्ध होली का त्योहारों मे मथुरा की होली प्रसिद्ध है । इस त्यौहार को मनाने के लिए देश-विदेशो, गांव-शहरो से लोग होली का आनन्द उठाने पहुंचते है । आज ही के दिन चैतन्य महाप्रभु का जन्मोत्सव भी मनाया जाता है । आज पूर्णिमा भी है । मथुरा मे रोजाना नानाप्रकार से होली खेलने की प्रथा वर्षों से चली आ रही है  । आज फूलो की खेली गई जो विगत 2-3- से लगातार मनाई जा रही है । इसके अलावा रंग गुलाल होली लठमार होली भी मनाई जाती है । आज भारत मे दो साल बाद पहली बार बड़े धूमधाम से होली मनाई गई । कोरोनाकाल समयावधि मे सभी मंदिरों की गतविधियो पर शासन द्वारा रोक लगा दी गई थी ।  आज गौर पूर्णिमा है ।आज के दिन मंदिरों के पुजारी भक्त गण श्री चैतन्य महाप्रभु के अवतरण की जंयति मनाते है ।  मथुरा के सबसे ऊचे चन्द्रोदय मंदिर मे पूर्णिमा के दिन पूजा करते है और फूलो की होली खेलते है ः यह परम्परा वर्षों से प्रचलित है । ब्रज मथुरा की होली विश्व विख्यात हे । चन्द्रोदय मंदिर मे गौर पूर्णिमा के समय मे महोत्सव मनाया जाता है । सभी मंदिरों मे फूलो की होली 8-10 से चल रही है । फूलो की होली के अलावा यहां पर लड्डु की होली, लठ

दी कश्मीर फाईल्स का परिदृश्य

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   हिन्दी फिल्म "दी कश्मीर फाईल्स" के रिलीज होते ही सारा हिन्दुस्तान मे जैसे एक भूचाल सा आ गया हो ।आज जब हमारे देश के मान० प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी ने इस फिल्म की तारीफ की, वकालत की तो सारा देश एक जुट होकर हुआ-हुआ की तर्ज पर एक सुर मे अलापने लगे ।। आज संघ के सरसंघसंचालक श्रीमोहन भागवत भी इसकी तारीफ मे कहते नजर आए तो ऐसे मे शिवराज सिंह चौहान कहाँ चूकने वाले थे वे एक कदम ज्वादा उठाने वाली आदत के अंतर्गत आगे आऐ और फिल्म की तारीफ पर तारीफ करते हुऐ मीडिया मे छा गए ।ये सब बाते सही है और ऐसा भी करना चाहिए । दुख बांटने से हल्का हो जाता है तो सभी देशवासी साथ खड़े है ,इससे क्या होगा । होगा तो तभी जब इस पर अमल किया जाए और यह करने की हिम्मत हमारे प्रधानमंत्री मे है । यह सब बातें सही हैं इतिहास भी बताता है कि कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के स्वभाव में आनिर्णय और असमंजस का भारी दोस था ।शेख अब्दुल्ला ने इसका भरपूर फायदा उठाया ।पहले कोमी आंदोलन और बाद में महाराजा कश्मीर छोड़ो आंदोलन के जरिए गोपाल स्वामी भाई और मेहर चंद महाजन जैसे कुशल प्रशासक भी शेख के आंदोलन क

17 मार्च का खास "होलिका दहन दिवस"

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     17 मार्च दिन गुरूवार को हिन्दुओं  का होली का पर्व है ।होलिका दहन के तीसरे दिन रगो की होली खेले जाने की भी परम्परा है ।कही कही यह होली पाचवे दिन और दूसरे दिन रंगो का त्योहार का मनाया जाता है ।पंचमी रंगो का त्योहार कुछ कुछ जगहो मे मनाया जाता है । म०प्र० मे भोपाल व इंदौर शहर मे मनाया जाता है । पंचाग के अनुसार होलिका पूर्णिमा तिथि 17 मार्च को दिन के 11.19 से आरम्भ होगा जो 18 मार्च को दोपहर  के 1.00 तक चलते रहेगा । बुध और गुरू की युति से आदित्य  योग बनने के कारण शुभ फल देगा ।कोरोनाकाल के बाद यह पहला त्योहार है जिसमे लोग अति उत्साहित है ।इस त्योहार के आते ही लोगों मे न ई उमंगो के साथ साथ एक प्रकार से चेहरो पर खुशी की लहर दौड़ती नजर आई । एकाएक परिवर्तन से सभी लोग अंचाभित भी हैः।      आज यानि कि 17 मार्च को इतिहास मे दर्ज अनेको घटनाओं से से कु घटनाएं याद रखने योग्य है और वे ये है कि आज के ही दिन दो महिलाओं का भी जन्म दिवस भी है (1)कल्पना चावला (2) सपना नेहवाल ।   होली के इस यादगार दिवस पर कुछ राशीयो पर अच्छा प्रभाव पड़ रहा है । तुला, मकर ,कर्क,सिंह   की आर्थिक लाभ,और स्वास्थ्य लाभ का योग बन

"लोकतंत्र मे परिवारवाद, एक खतरा, नासूर है "!

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    भारत मे परिवार वाद की परम्परा वर्षों से चली आ रही है । इसकी पुष्टि हमारे देश के इतिहास से मिलती है।     इसी परिवार वाद के कारण आज काग्रेस पार्टी की दुर्दशा से सभी लोग अवगत है ही । परिवार वाद एक नासूर बन कर क ई लोगो के लिऐ गले की हड्डी भी बन चुका है ।  आज हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने फिरसे इस सवाल को उठाकर गलती भी की है और क ई लोगो का ध्यान भी अप्रत्यक्ष से अपनी ही पार्टी "संघ परिवार" की ओर आकर्षित करवाया है । अब "संघ परिवार"  को विलोपित किया जाऐ अथवा नही ?     " आज राजनीति में कई बार बात की जड़ें कितनी गहरी है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मौजूदा लोकसभा में कांग्रेस के 44% व भाजपा के 25% सांसद नेताओं के परिवार से हैं राजू की यह है कि क्षेत्रीय दलों में ज्यादा परिवारवाद राष्ट्रीय दलों में है वर्ष 2019 में राष्ट्रीय दलों ने 856 प्रत्याशियों में से 227 यानी 27% और क्षेत्रीय दलों के 1337 162 यानी 12% फैमिली मेंबर है वही यह बात सामने आई है कि वर्ष 2009 में कांग्रेश के 11% और भाजपा के 12% सांसद नेताओं के परिवार थे सीपीआई और सीपी

16 मार्च "राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस"

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दिनांक 16 मार्च को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के रूप से मनाया जाता है । इसकी शुरूआत वर्ष 1995 से हुई थी । उसी दिन से टीकाकरण जागरुकता दिवस के रुप मनाया जाता है । कोविड19 का टीकाकरण भी आज ही के दिन मनाया जाता है । भारत में पहली बार 16 मार्च 1995 में ओरल पोलियो की खुराक दी गई थी इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों पर टीकाकरण के प्रति जागरूक करना है कोविड-19 मैं भारत में 77 से अधिक लोगों को को टीकाकरण करके बनाया है विश्व स्वास्थ संगठन डब्ल्यूएचओ के अनुसार व्यक्ति एक शुक्रिया है जिससे जिसके माध्यम से किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर और स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले बेकार या वायरस के खिलाफ मजबूत बनाता है टीकाकरण रक्त में भूलकर शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित करता है जो शरीर में एंटीबॉडी का काम का निर्माण करता है एनडीबीटी हमारे शरीर में वायरस और बैक्टीरिया से सुरक्षा करता है शरीर में बॉडी बनाने में वायरस और बैक्टीरिया कमजोर हो जाते हैं या खत्म हो जाते हैं जिससे व्यक्ति बीमार के शिकार नहीं होते हैं बीसवीं सदी में पूरी दुनिया पोलियो जैसी खतरनाक बीमारी से जूझ रही थी तभी पोलियो खुराक की

मंगलवार दिन "मंगलमय" हो ।

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  " आज मंगलवार का दिन सभी देशवासियों के लिए मंगलकारी हो"  वर्ष 2003-04 से गुरुजीसत्यवादी  श्रीरामधुन द्वारा अंक ज्योतिष के हिसाब से ,दिनो के हिसाब से अपनी दिनचर्या को निश्चित किया । समयानुसार हर काम को निर्धारित समय से पूर्व  किया है तभी से धीरे धीरे मोह ,माया, ममता से सफल हो कर जनहित मे अनेक निशुल्क कार्य कर रहे है । आज का दिन याद करते हुऐ अपने बचे हुए दिन मे भी ऐसा ही करते हुए दुनिया से विदा होना चाहते है ।देश मे चल रही राजनीति को अच्छे से समझ चुके है । देश मे चल रही गतविधियो को देखते हुए केन्द्र सरकार हो या राज्य सरकार हो वे इनके कार्यों को मदद नही कर, गुनाह कर रही है फिर भी उन्हे माफ किया जाता है । आज दुनिया कहाँ से कहा पहुंच गई है अथवा पहुंच रही है । इन्ही छोटी छोटी बातो को बड़ा करके श्रीरामधुन काँम Shriramdhun com .  मे गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन द्वारा लिखे लेख,कथाऐ, सच्ची छोटी छोटी,बड़ी कहानियों तथा स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत "स्वस्थ भारत,निरोग भारत " को पढ़ते रहे और अपना ईलाज स्वयं करे और सकारात्मक ऊर्जा के साथ हंसी खुशी अपना जीवन बिताऐ ।इसी उम्मीद के साथ आपका ग

आज 15 मार्च "उपभोक्ता अधिकार दिवस"उपभोक्ता संरक्षण दिवस ।

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  15 मार्च को विश्व उपभोक्ता दिवस के रुप मनाया जाता है । वर्तमान मे उपभोक्ताओं और खरीददारो के बीच एक  उपभोक्ताओं के विभिन्न हितों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक वर्ष 15 मार्च को विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस मनाया जाता है वही हर साल 24 दिसंबर को राष्ट्रीय उपभोक्ता संरक्षण दिवस भी मनाया जाता है इसका मुख्य उद्देश उपभोक्ताओं या ग्राहकों को उनके हितों के लिए बनाए गए उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम और उसके अंतर्गत आने वाले कानूनों की जानकारी देना है वर्तमान समय में बाजारों में होने वाली गुजराती ग्राहक जमाखोरी कालाबाजारी मिलावटी सामग्री का वितरण अधिक दाम वसूल ना बिना मानक वस्तुओं की बिक्री भागी नापतोल में अनियमितताओं गारंटी के बाद भी सर्विस प्रदान नहीं करने के अलावा ग्राहकों पर के प्रति होने वाले अपराधों को देखते हुए इस दिन जागरूकता अभियान चलाया जाता है दरअसल पहली बार अमेरिका में नोट द्वारा उपभोक्ता आंदोलन की शुरुआत की गई जिसके फल शुरू 15 मार्च 1962 को अमेरिकी कांग्रेसमें तत्कालीन राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी द्वारा पूर्व उपभोक्ता संरक्षण पर पेश किए गए विजय पर अनुमोदन दिया इस देश में 4 विशेष प्रावधान है

14 मार्च का खास दिवस

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    आज दिन सोमवार का दिन है और तारीख 14 मार्च है जो विश्व के देश- विदेशों मे घटित घटनाओं का सम्पूर्ण विवरण को दर्शाते हुए आमजनो का ज्ञान बढ़ाती है । ग्रह नक्षत्रों और राशीफल बतलाती है । साथ ही साथ हिन्दू के तीज त्योहार की भी जानकारी प्रदान करती है । आज का खास दिन हमे कुछ वैज्ञानिको की याद दिलाता है जिन्होंने देश-विदेशो को न ई दिशा दिखलाई थी । उनमे से कुछ लौगो का जन्म दिन है तो कुछ लोगो की पुण्यतिथि है ।     टूस्ट "माँ आदिशक्ति दर० धार्मिक एवं परमार्थ टूस्ट"भोपाल के तत्वावधान मे इनकी याद मे आयोजन किया जाता है और उन्हें यादकर श्रृन्दाजंली कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है । और कर्म 17-18 वर्षों से लगातार किया जा रहा है ।    आज पूरे विश्व मे रहने वालो की भविष्यवाणी यह है कि "आज का दिन  अंक ज्योतिष के अनुसार इस प्रकार से है ।"    "जो भी व्यक्ति जो सोचता है और उसका काम नही हो रहा है तो उसको पूरा करने का समय आज है ।"  नियम :--        "अपने ईष्ट देवी देवता की आराधना नियमानुसार करे और सकारात्मकता सोच के साथ करेगा तो धन लाभ के साथ साथ रुका हुआ कार्य भ

13 फरवरी"उधमसिंह बलिदान दिवस"

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      विश्व के इतिहास में साल के 365 दिनो मे रोजाना की अच्छी बुरी घटनाओं को दर्ज किया गया है । जो सिमटकर एक छोटी सी चिप मे आ गया है । गूगल कम्पनी ने इसे और भी आसान बना दिया है । अब यहां पर यह प्रश्न भी उठता है कि जिस प्रकार से अच्छा है तो इसका दूसरे पहेलू पर गौर किया गया होगा । उत्तर हाँ मे है तो बड़ी अच्छी बात है यदि ना मे तो इस पर गौर किया जाना अति आवश्यक है ।      हमारे भारत मे ऐसे बहुत से लोग अभी भी है जो देश के नाम से मर मिटने वाले है । उन्ही मे से एक बहादुर जाबांज था उधमसिंह जो पंजाब का शेरसिंह व शहीद-ए-आजम कहलाने वाला 40 वर्ष की उम्र मे जलियांवाला कांड का दोषी को 13 मार्च  माइकल  ओ डायर को रायल सैंट्रल एशियन सोसायटी लंदन की बैठक मे गोली मारकर हत्या की थी । वैसे उसको 31 जुलाई को फासी की सजा सुनाई गई थी । इनका जन्म 26 दिस०1899 को हुआ था । उधमसिंह के नाम से आज का दिन याद किया जाता है ।    ऐसे बहुत से कारणों के कारण है और घटित दुर्घटनाओं के कारण 13 का अंक अशुभ माना जाता है । ऐसा अंक ज्योतिषीय गणना भी बतलाती है । अत: आज की तारीख 70% लोगो को अशुभकारी अंक फल देता है । गुरुजीसत्यवादी श्र

"दांडी यात्रा दिवस"

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    आज का दिन महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के खिलाफ दांडी यात्रा वर्ष 1930 निकाली । यह यात्रा नमक आंदोलन से भी जुड़ी हुई थी ।गुजरात के अहदाबाद के साबरमति से नमक छोडो आंदोलन के विरोध मे दांडी यात्रा निकाली थी । इसी दांडी यात्रा को स्वतंत्रता संग्राम की शुरूआत हुई।     आज का दिन शनिवार का दिन है । आज के दिन बंजरग बली की विशेष रुप से पूजा अर्चना की जाती है । बजरंगबली अर्थात हनुमानजी को कलयुगी भगवान भी माना जाता है । ऐसी मान्यता है कि कलयुग मे किसी भी देवी देवताओं की पूजा का असर नही होगा । ऐसे मे बजरंगबलि ही जाग्रत अवस्था होगे । इसी वजय से हनुमानजी की पूजा की जाती है ।हनुमानजी की पूजा करने से शनि अपने आप भाग जाता है ।तारीख 12 यानि कि गुरू  की युति से से कुछ राशीयो पर अच्छा-बुरा प्रभाव जरूर पड़ता है ।आज का दिन निर्णायक दिवस के रूप में भी जाना जाता है ।    आज का राशीफल देखे । लोग यह भी जानना चाहते है:-  (1) आज का दिन क्या है ? (2) आज का खास दिन  ?  (3) 21 मार्च को क्या है ?  (4) गांधी जी की दांडी यात्रा कहां से और क्यों निकाली गई थी ?  (5) आज के दिन किस का जन्म दिन है और किसकी पुण्यतिथि मनाई जात

आज का दिन ,खुशियों से भरा दिन

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    आज का दिन शुक्रवार और 11 मार्च को इतिहास में अनेको अच्छी बुरी खबरों को दर्ज करते हुऐ उनकी उपयोगिता दर्शाती है ः     आज का दिन शुक्रवार हिन्दुओं   के लिए विशेष कर लक्ष्मी पूजन का दिन है । ज्योतिषीय गणनाएं बतलाती है कि कुण्डली मै 7 वाँ घर शादी विवाह का घर होता है ।इस घर मे स्थित ग्रह नक्षत्र को शांत करने से शादी जल्दी होती है ,मनचाहा वर मिलता है । आज 11 तारीख है अर्थात अंकज्योतिष के अनुसार योगिक अंक 2 होता है ः अत: इस तारीख मे पैदा होने वाले लोगो को अकास्मात धन के योग के साथ साथ विदेश जाने का भी योग बनता है अत: ऐसे जातक को सोना पहनने से नुकसान होता है ः ऐसे लोगो को चाँदी धारण करना चाहिए ताकि उनके मन को स्थिर रखने के साथ साथ शादी का योग बनाता है । आज 10 तारीख को जूना आखाड़ा इलाहबाद से साध्वी किरण अपने शिष्यों के साथ टूस्ट कार्यालय मे पूछते पूछते आई थी । उनसे टूस्ट को लेकर सभी मुद्दों पर चर्चा हुई । उन्होंने टूस्ट से संबंधित समस्त दस्तावेज लेकर माननीय संस्कृति मंत्री श्रीमती उषा ठाकुर से चर्चा करेगी ऐसा आश्वासन दिया है और जल्द ही मिलने हेतु और अपने प्रयोजन की रुपरेखा हेतु विस्तार से चर्

आज भारत के "पांच राज्यों का चुनाव "नतीजा ।

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   आज दिन गुरूवार तारीख 12-03-2022 को विश्व मे चल रहे यूक्रेन और रसिया के बीच विश्व महा विनाशकारी युध्द की खबरो के मध्य भारत के पाँच राज्यो के चुनाव नतीजा को दिखाते हुए पूरा मीडिया चेनल सक्रीय । (1) उ०प्र० -  बीजेपी (2) पंजाब - आप पार्टी (3) उत्तराखंड -बीजेपी (4) मणिपुर - बीजेपी (5) गोवा - बीजेपी      आज चुनाव नतीजों के दिन चुनावी क्षेत्रो के रहने वाले नेताओं को नींद नही आई और रात एक सपने की तरह व्यतीत हुई । सुबह उठते ही नाह-धोकर , पूजापाठ कर ,साफ-सुथरे कपड़े पहन कर , तैय्यार होकर , अपने अपने परिवार वालो , यार दोस्तो के साथ ! या तो टी चैनलो के सामने बैठे है तो कुछ लोग मोबाइल, लेपटॉप पर चुनावी प्रक्रिया मे व्यस्त है । दुख और सुख की अनुभूति महसूस करते हुए समय काट रहे है ।     ठीक इसी प्रकार से जिन लोगो के परिवार वाले सदस्य चुनावी मैदान मे है उनके दिलो की धड़कने तेजी से चल रही है ।   चुनावों मे हिस्सा लेने वाले प्रत्याशी अपना नतीजा वे स्वयं जानते हैं?  अब सबसे अंत मे हमारे देश के मीडिया चैनलों का महत्त्वपूर्ण रोल आता है । सभी चैनेलो मे चुनावी घमासान मचा हुआ होता नजर आ रहा है जिसमे "जी

10 मार्च-"सावित्रीबाई फुले पुण्यतिथि"

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    दिन गुरूवार दिनांक 10 फरवरी को गुरुजी सत्यवादी श्री राम जी जा रहे हैं कि आज की तारीख को की स्थिति इस प्रकार से है अतः ऐसी स्थिति में सावधानी बरतने की आवश्यकता है क्योंकि वर्तमान समय में यूपी और रसिया के मध्य चल रहे विनाशकारी युद्ध से उत्पन्न दूषित वातावरण निर्मित होकर हवा में उड़ती होकर विश्व के लोगों के मन को विचलित कर रही हैं निम्न राशि वालों को ऐसी स्थिति में सावधानीपूर्वक आज का दिन व्यतीत करने की सलाह दी जाती है  (1) मेष राशि बातें अति उत्साह प्रदर्शित ना करें वृषभ राशि वाले धन संबंधित मामलों में सावधानी पर मिथुन राशि वाले मानसिक तनाव मैं होने के कारण कोई की उत्तेजित कार्य न करें कर्क राशि वाले अति गंभीर मामले में निर्णय सोच समझ कर ले पी राशि वाले धन्यवाद सोच समझ कर करें कन्या राशि वालों के लिए दिन सामान्य रहेगा तुला राशि वाले लेन-देन में सावधानी बरतें वृश्चिक राशि वाले लाभ हानि का योग बन रहा है धनु राशि वाले नकारात्मक ऊर्जा से बचें मकर राशि वाले का दिन शुभ नहीं है कुंभ राशि वाले अहंकारी भरे वचनों से बच्चे मीन राशि वाले अपनी पूंजी को निवेश करने से पूर्व सोच विचार कर निवेश करें

"आज का सत्यवादी" और "आर्य वंश" स० समाचारपत्र की संपादकीय

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  आज यूक्रेन और रसिया के 14 वाँ दिन विनाशकारी दिन अपना नाम इतिहास के पन्नो लिखता हुआ आमनागरिको अनेको शिक्षा दे रहा है कि किसी भी देश के देशवासियों को कभी भी अपने देश छोड़कर किसी अन्य देश मे जाकर नही बसना चाहिए  बल्कि अपने ही देश मे रह कर अपनी मातृभूमि की सेवा करना चाहिए । विश्व युध्द हो या महामारी हो ऐसे लोगो के कारण पलायन करने वाले लोगो के कारण वहा की सरकार  हो या देशी सरकार हो दोनो को परेशानी उठानी पड़ती है । इस महा- युध्द और कोरोनाकाल की प्रकाशित सरकारी गाइडलाइंस दोनो मे यही संदेश छुपा हुआ है । पेड़ के पत्ते पेड़ के ही नीचै गिरते है । ऐसे महायुद्ध के समय मे भारत के क ई राज्यों मे चुनावी माहोल होने के कारण ध्यान नही दिया जा रहा था । अब भारत को मध्यस्थता करने का समय आ गया है । अमेरिका के साथ साथ क ई देशों ने एकजुट होकर रूस की निंदा की है और क ई पाबन्दियों पर रोक लगाने का फैसला भी किया है । इन पाबन्दीयो के कारण रसिया पर उलटा प्रभाव भी पड़ सकता है । देश विदेशों गांव- शहरी मे रहने वाले आम नागरिकों को ही अपनी समस्या का हल स्वयं को ही करना चाहिए ।यदि हम आत्मनिर्भर होगे तो देश की सेवा कर सकने मे

"दी बार्बी डाँल डे"

    भारत देश पश्चिम देशो की तर्ज मे बढ़ता हुआ,वो सभी चीजो और सभ्यता को अपनाने कोई कसर नही छोड़ रहा है । ऐसा होना भी चाहिए, इसमे कोई कोई बुराई नहीं है ।    आज का दिन इतिहास मे ढेरो शुभ- अशुभ घटनाओं से भरा पड़ा है । आज इस वर्ष 69 वाँ दिन व्यतीत हो चुके है और 297 दिन शेष रह गए हैं ।     अमेरिकन इंटरनेशनल ने ऐसा खिलोना का निर्माण कर दुनिया भर के देशो मे धूम मचा दिया है उस खिलोने का नाम है "बार्बी डाँल" । यह अमेरिका द्वारा निर्मित है जिसका टाईअप अमेजन से हुआ ।यह बैबी डाँल के नाम से भी जाना जाता है । भारत में इस समय इसकी बढ़ती हुई मांग से डुप्लिकेट कम्पनियों से भी जरूरत से ज्यादा लाभ उठाया है । डुप्लीकेट आयटम मे चीन , भारत के अलावा क ई देशी का नाम आता है । किंतु बार्बी डाँल का मुकाबला कोई नही कर सका । उसकी शान और सुंदरता का मुकाबला कोई नही कर पाया अत: इसकी मांग अभी तक जारी है । गुरुजीसत्यवादी श्रीरामधुन

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 08 मार्च

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      आज 8 मार्च को अंतर्राष्टीय महिला दिवस हर साल की तरह इस साल भी 8 मार्च को सेलिब्रेट किया जाएगा ।राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन महिलाओं के सम्मान का दिन होता है । 08 मार्च का दिन इतिहास मे अनेको घटनाओं ,दुर्घटना से जुड़ा हुआ है । क ई महान व्यक्तियों ने आज के दिन जन्म भी लिया है और मृत्यु का भी वरण कर अपना नाम इतिहास के पन्नो मे दर्ज करवाया है । इन सब बातो से हटकर वर्ष1975 मे महिलाओं के महत्वपूर्ण कार्यो को देखते हुऐ रसिया ने इसकी शुरुआत की थी । रसिया मे इसको बड़ी धूम-धाम से मनाऐ जाने की प्रथा है और इस दिन शासकीय अवकाश भी घोषित रहता है । किंतु वर्तमान मे वर्ष 2022 मे शायद ही ऐसा हो चूंकि इस समय यूक्रेन और रसिया के बीच अपने अस्तित्व को लेकर घमासान लड़ाई चल रही है और इस युध्द का आज 11 वाँ दिन है । दोनो देशो बातचीत का तीसरा दौर भी चल रहा है ।नतीजा जो भी हो यह युध्द हिटलरशाही का जैसा है ।    08मार्च के दिन सभी महिलाओं के लिए एक सम्मान का दिन है टूस्ट माँ आदिशक्ति दर० धार्मिक एवं परमार्थ टूस्ट द्वारा प्रति दिवस मनाया जाता है और महिलाओं का सम्मान किया जाता है । इस कार्यक्रम टूस्ट के

आज का दिन विनाशकारी दिन

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आज का दिन विनाशकारी दिन है तो कुछ लोग ,खास लोगो के लिऐ अच्छा फल देने.वाला भी है । अत:आमलोगो को सलाह दी जाती है कि वे आज के शंकर भगवान की विशेष पूजा अर्चना करे साथ ही मृत्युंजय जाप करे । आज सोमवार का दिन है । शंकर भगवान का दिन है । सफेद वस्त्र धारण कर शंकर भगवान के पिंडी पर  दूध,दही,घी,शहद और जल से अभिषेक करे । 101 बार मृत्युंजय जाप करे । लोग यह भी जानना चाहते है :- (1) ,आज का दिन  क्या खास है ?  (2) 7 मार्च की क्या विशेषता है ? (3) सोमवार के दिन क्या क्या करना       चाहिए और क्या नही करना है ? (4) पूजापाठ मे सावधानी करनी है ? (5) चाँदी धारण क्यों करना चाहिए ?       आज शंकर भगवान की पूजा इस वजय सी की जाती है चूंकि प्रति सोमवार को पूजापाठ कलने का नियम हमारे धर्मशास्त्र मे इसका उल्लेख है ।     7 मार्च  अंक ज्योतिष के अनुसार अकास्मात धन योग व विदेश जाने का योग बनाता है ।तथा कुण्डली के 7 वाँ भाव पत्नि का घर माना जाता है । सोमवार के दिन चाँदी धारण करने के अनेको लाभ है । यह मन को शांत रखता है । शादी का योग बनाता है ।   मृत्युंजय जाप से मृत्यु को टाला जा सकता है । गुरुजीसत्यवादी श्